जरूरतमंद संक्रमितों के लिए जीवन रक्षक साबित होता संजीवनी वाहन

संजीवनी वाहन जरूरतमंद संक्रमितों को उपलब्ध करा रहा ऑक्सीजन. हेमंत सरकार यह कदम जीवन रक्षा के मामले कारगर साबित हो रहा है.

रांची : कोविड मरीजों को राहत के मद्देनजर युद्ध स्तर पर काम कर रही है हेमंत सत्ता व उनकी मेकेनिज्म. अस्पतालों में इलाजरत मरीजों को ऑक्सीजन की किल्लत से जूझना न पड़े. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संजीवनी वाहन जैसे कारगर युक्ति का शुभारंभ किया है। जिससे कलशी है अस्पतालों को तत्काल ऑक्सीजन मुहैया कराना. जिससे संक्रमित मरीजों की जीवन रक्षा हो सके.

कोरोना मरीजों के लाभ के मद्देनजर संजीवनी वाहन के उद्देश्य :

  • हमेशा ऑक्सीजन की निश्चित खेप के रूप में मौजूद एक सुसज्जित वाहन है संजीवनी वाहन.
  • इस वाहन से रांची के अस्पतालों में तत्काल ऑक्सीजन उपलब्ध कराया जा सकेगा.
  • यह  वाहन 24×7 ऑपरेशन मोड में रहेगा.
  • संजीवनी वाहनों में जीपीएस सिस्टम मौजूद होने के कारण इसकी मॉनिटरिंग आसान है. 
  • फिलहाल यह सुविधा रांची में उपलब्ध है, जल्दी ही धनबाद और जमशेदपुर में भी यह सुविधा उपलब्ध होगी.

ज्ञात हो, झारखंड सरकार के प्रयासों से पिछले कुछ दिनों में ऑक्सीजन का उत्पादन काफी बढ़ा है. जिसे झारखंड अब खुद की व दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात समेत कई राज्यों को ऑक्सीजन उपलब्ध करा जीवन रक्षा कर रहा है. जिससे राज्यों में लोगों की जान बचाने में मदद मिल रही है। राज्य में भी विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन मुहैया कराई जा रही है. और अब राज्य में संजीवनी वाहन के जरिए रांची के अस्पतालों में अविलंब ऑक्सीजन उपलब्ध कराए जाने सम्बेदंशील प्रयास हो रहे हैं.

रिपोर्टों की मानें तो अपने नाम के अनुरूप ही संजीवनी वाहन लोगों के लिए संजीवनी साबित हो रहे हैं. और मरीजों के इलाज में एक मजबूत भूमिका निभा रही है. मरीजों को राहत मिलने के मद्देनजर इससे जहां राज्य की चिंता को राहत मिली है. वहीं, कोरोना के खिलाफ संघर्ष में सरकार चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ रही.

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