झारखण्ड : पारा शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री से कहा हमारे लिए आज हर्ष का दिन -धन्यवाद 

झारखंड राज्य प्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर धन्यवाद दिया. प्रतिनिधिमंडल ने कहा आज पारा शिक्षकों के लिए हर्ष का दिन…

पारा शिक्षकों के चेहरों पर मुस्कान देख मिली खुश.

राज्य के पारा शिक्षक अब  सहायक अध्यापक के नाम से जाने जाएंगे.

सभी के साथ न्याय हो, इसी सोच के साथ आगे बढ़ रही राज्य सरकार.

 हेमन्त सोरेन, मुख्यमंत्री, झारखण्ड 

राज्य के पारा शिक्षकों के लंबित मांगों पर सकारात्मक विचार किए जाने को लेकर झारखण्ड राज्य प्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल का मुख्यमंत्री से मुलाकात, पारशिक्षकों के मांगों के मद्देनजर नयी शुरुआत मानी जा सकती है. प्रतिनिधिमंडल का मुख्यमंत्री को  सहृदय धन्यवाद दिया जाना और शिक्षा मंत्री द्वारा आभार प्रकट करना इसकी पुष्टि भी कर सकती है. 

राज्य सरकार द्वारा पारा शिक्षकों को 60 वर्ष का सेवा स्थायीकरण, TET पारा शिक्षकों को 50% तथा NON TET पारा शिक्षकों को 40% मानदेय वृद्धि, आकलन परीक्षा पास करने के बाद 10% मानदेय बृद्धि बोनस के रूप में मिलने, प्रतिवर्ष 4% का वेतन बढ़ोतरी, पारा शिक्षकों का नाम अब सहायक अध्यापक किए जाना और केंद्र सरकार द्वारा मानदेय भुगतान हेतु फंड नही दिए जाने पर भी राज्य सरकार योजना मद से नियमित मानदेय भुगतान किया जाना, हेमंत सरकार के निर्णय का स्वागत योग्य हो सकता है.

पारा शिक्षक आने वाली पीढ़ी को दिशा देने वाले हैं – मुख्यमंत्री 

मुख्यमंत्री ने कहना कि पूर्व की सरकारों में पारा शिक्षकों के मांगों पर विचार नहीं किया जा सका, लेकिन हमारी सरकार ने पारा शिक्षकों के दर्द और समस्याओं पर गंभीरता से सकारात्मक रास्ता ढूंढने का काम किया है. और हम सभी साथ मिलकर आगे बढ़ेंगे. सभी के साथ न्याय हो, इस सोच के सरकार कार्य कर रही है. पारा शिक्षक आने वाली पीढ़ी को दिशा देने वाले हैं. राज्य के सर्वांगीण विकास में इनकी भूमिका अहम है. 

मुख्यमंत्री का कहना कि यह समय सीमित संसाधनों के साथ आपसी समन्वय बनाकर आगे बढ़ने का समय है. सरकार की मंशा आदरणीय गुरुजी के विचारों पर चलकर समृद्ध झारखंड का सपना साकार करना है. गुरुजी सदैव पदाधिकारियों से कहते थे कि आपका काम जनता की सेवा करना है न कि शासक बनना. हमारी सरकार 20 वर्षों के टेढ़े-मेढ़े रास्ते को सीधा करने का कार्य कर रही है. एक-एक राज्यवासी हमारे परिवार के अंग हैं. कोई अलग नहीं है, सबको साथ लेकर आगे बढ़ना है. कई संसय पर विराम लगाती दिखती है. 

झारखण्ड – सरकार सभी नियुक्तियों में 75% स्थानीय के लिए कानून बना रही है

मुख्यमंत्री – हमारी सरकार सभी प्रकार की नियुक्तियों में 75% स्थानीय लोग शामिल हो इसके लिए कानून बना रही है. हमारी सोच है कि झारखण्ड को उनके अपने पैरों पर खड़ा करें. और लोग सम्मान के साथ जीवन यापन करें. सरकार इस निमित्त कई महत्वाकांक्षी योजनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है. आज आप सभी पारा शिक्षकों के चेहरे पर खुशी देखकर अच्छा लग रहा है. राज्य के पारा शिक्षक अब सहायक अध्यापक कहलाएंगे यह हर्ष का विषय है. विश्वास है कि आगे भी हम अपना सुख-दु:ख को बांटते हुए राज्य को नई दिशा देंगे.

मौके पर विधायक सुदिव्य कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, झारखंड राज्य प्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष सिद्दीक शेख, महासचिव विकास चौधरी, प्रधान सचिव सुमन कुमार, एकीकृत मोर्चा के संयोजक विनोद बिहारी महतो, सदस्य ऋषिकेश पाठक, संजय दुबे, सिंटू सिंह, मोहन मंडल, एवं दशरथ ठाकुर सहित कई लोग उपस्थित थे.

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