सत्र के दौरान मुख्यमंत्री का जनता को जवाब देने के सिलसिला रहेगा बरकरार – सात मंत्री अधिकृत

केन्द्रीय सत्ता का कहर आर्थिक मामले में चरम पर है. पेट्रोल-डीजल व महँगाई सरदर्द बनकर उभरे हैं. कौड़ियों में तमाम उपक्रम कॉर्पोरेट मित्रों को सौप दिए गये या बचे खुचे सौपे जाने वाले हैं. बेरोज़गारी देश में ऐसी त्रासदी है जिसके अक्स में युवा डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं. ज्ञात हो, मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन पिछले विधानसभा सत्र से पहले ही एलान किया था कि विपक्ष के हर सवाल का जवाब मिलेगा. पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने बजट अभिभाषण में सरकार के कामों को कसौटी पर जरुर कसा था. 

इस बार भी आगामी झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन द्वारा जनता को जवाब देने के सिलसिला को बरकरार रखा गया है. मुख्यमंत्री के प्रभार वाले विभागों से संबंधित सवालों का जवाब देने के लिए सात मंत्रियों को अधिकृत किया गया है. ये मंत्री प्रश्न, ध्यानाकर्षण, निवेदन, याचिका, विधेयक, संकल्प आदि सभी तरह की विधायी सूचनायें पटल पर प्रस्तुत करेंगे. ज्ञात हो, मुख्यमंत्री ने एक बयान कहा था “भाजपा के गुप्त एजेंडों से सचेत रहने की आवश्यकता” पर विपक्ष का प्रतिउत्तर क्या होगा. यह जानना दिलचस्प रहेगा.

झारखण्ड में मानसून सत्र 3 सितंबर 2021 – 9 सितंबर 2021 तक

3 सितंबर 2021 से मानसून सत्र प्रारंभ होगा और 9 सितंबर 2021 तक चलेगा. इस पांच कार्यदिवस में, पहले दिन, 3 सितंबर को शपथ ग्रहण के अलावा विधानसभा सत्र में नहीं रहने की अवधि में राज्यपाल के द्वारा प्रख्यापित अध्यादेशों की प्रमाणीकृत प्रतियों को पटल पर रखा जाएगा. 4 – 5 सितंबर को अवकाश रहेगा. 6 सितंबर को प्रश्नकाल, मुख्यमंत्री प्रश्नकाल और प्रथम अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा. 7 और 9 सितंबर को प्रश्नकाल के बाद राजकीय विधेयक पेश किए जाएंगे. इसके पश्चात गैर सरकारी संकल्प पेश होंगे.

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