सीएम सोरेन के नेतृत्व में राज्य में नक्सल समस्या को पहली बार सिर्फ विधि व्यवस्था की समस्या न मानकर, सामाजिक, आर्थिक समस्या के रूप में देख गया है. मंत्री जगरनाथ महतो के द्वारा मुख्यमंत्री सहाय योजना खेल प्रतियोगिता का उद्घाटन.
रांची : झारखण्ड प्रदेश में पूर्व की सरकारों के नीतियों के अक्स में कई जिला नक्सल समस्या का दंश 20 वर्षों से झेलता रहा है. नतीजतन राज्य का कई जिले नक्सल के कारण विकास से अछूता रहा है. बूढा पहाड़ प्रत्यक्ष उदाहरण हो सकता है. इन क्षेत्रों के युवाओं में लगातार भटकाव होता रहा है. पूर्व की सत्ताओं ने कभी भी इस समस्या के मूल को समझना बेहतर नहीं समझा. बल्कि खनिज संपदा दोहन के सच तले नक्सल के आड़ में निर्दोष आदिवासी व मूलवासी को निशाना बनाया जाता रहा.
सीएम हेमन्त सोरेन के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार में नक्सल समस्या को सिर्फ विधि व्यवस्था की समस्या न मानकर, सामाजिक, आर्थिक समस्या के रूप में देख गया है. और इसी के अनुरूप नक्सल समस्या पर अंकुश लगाने के प्रयास होते देखे जा रहे हैं. ज्ञात हो, हेमन्त सरकार में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की गतिविधियों को तेज करने हेतु सहाय योजना जैसे कई अवसर प्रदान किया जा रहा है. और नक्सल के खिलाफ लगातार अभियान भी चलाए जा रहे हैं.
हेमन्त सरकार में नक्सली क्षेत्रों में पक्की सड़कों का जाल बिछाने का सिलसिला शुरू कर दिया गया है. गांवों में विद्युतीकरण, मनरेगा तथा कृषि क्षेत्र में नयी योजनाओं को लाकर ग्रामीण क्षेत्रों का परिदृश्य बदलने का प्रयास हो रहा है. साथ ही वहां के युवाओं के सुखद भविष्य के मद्देनजर खेल के क्षेत्र में सहाय योजना के रूप में नई आशा की लकीर खिंची गई है. नतीजतन, इन क्षेत्रों में माहौल बदला है और युवाओं की रूचि अब बंदूक के बजाय खेल में दिखा रहा है.
शिक्षा मंत्री, जगरनाथ महतो के द्वारा इस प्रतियोगिता का भव्य उद्घाटन
इसी कड़ी में रांची में मुख्यमंत्री सहाय योजना खेल प्रतियोगिता का आयोजन 16 फरवरी 2023 से बिरसा मुंडा फुटबाल स्टेडियम, मोरहाबादी में हो रहा है. यह प्रतियोगिता युवाओं में व्याप्त नक्सल के भय को दूर करना एवं उनके हुनर को निखारने के उद्देश्य आयोजित हुई है. झारखण्ड सरकार के अनुभवी शिक्षा मंत्री, जगरनाथ महतो के द्वारा इस प्रतियोगिता का भव्य उद्घाटन हुआ है. भारी संख्या में बच्चे प्रतियोगिता में भाग लिया है.
खेल निदेशक श्रीमती सरोजिनी लकड़ा ने इसे बेहतर प्रयास बताया है. इस आयोजन में उग्रवाद से अति प्रभावित पांच जिला पश्चिम सिंहभूम, सरायकेला खरसावां, खूंटी, सिमडेगा और गुमला के प्रतिभागी खिलाड़ियों ने भाग लिया है. इसमें बालक वर्ग में 260 और बालिका वर्ग में 250 खिलाड़ियों ने भाग लिया है. इसके तहत हॉकी, फुटबॉल, एथलेटिक्स और बालीबॉल की प्रतिस्पर्धा आयोजित हो रही है. राज्यवासियों से अनिरोध है कि प्रतियोगिता को देखें और इनका मनोबल बढ़ाएं.