झारखण्ड : हेमन्ता भी नहीं भेद सके हेमन्त सोरेन का किला 

हेमन्ता विश्व सरमा के समक्ष इस बार झारखण्ड के कुशल राजनीतिज्ञ हेमन्त सोरेन थे. नतीजतन पूर्व की ही भांति इस बार भी सरकार गिराने की साज़िश नाकाम हुई. असम के मुख्यमंत्री हेमन्ता को मुंह की खानी पड़ी.

रांची। ईडी कार्रवाई के बीच झारखण्ड कांग्रेस के तीन विधायक – इरफान अंसारी (जामताड़ा), नमन विक्सल कोनगाड़ी (कोलेबिरा) और राजेश कच्छप (खीजरी) की गिरफ्तारी ग्रामीण हावड़ा पुलिस द्वारा बंगाल मेंं करोड़ों रुपयों कैस के साथ हुई है. जिसके तहत झारखण्ड की हेमन्त सरकार को गिराने के साजिश का पर्दाफास देश भर में हुआ. विधायाक खरीद-फरोख्त के इस मामले में भी असम के मुख्यमंत्री हेमन्ता विश्व सरमा का नाम आया है. ज्ञात हो, लंबे समय से हेमन्त सरकार को गिराने के प्रयास की खबरें आती रही है. इस मामले में भी पहले भी गिरफ्तारियां हुई है.  

कॉंग्रेस के बेरमों विधायक अनूप सिंह का प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के साथ अरगोड़ा थाने मेंं दर्ज कराई गई एफ़आईआर ने असम के भाजपा मुख्यमंत्री हेमन्ता विश्व सरमा के काले खेल का पर्दाफ़ाश किया है. जनता इस घटना से महाराष्ट्र मे सरकार को गिराए जाने के खेल को समझ रही है. एफ़आईआर के अनुसार असम के मुख्यमंत्री हेमन्ता विश्व सरमा झारखण्ड मे काँग्रेस विधायकों के खरीद-फरोख्त जैसे असंवैधानिक खेल को अंजाम देने में जुटे थे. डील यहाँ तक बढ़ चुकी थी कि विधायकों को टोकन मनी लेकर गोहाटी रवाना होना था. नई सरकार में उनकी मंत्रालय भी तय भी हो चुकी थी.

झारखण्ड की जनता के साथ-साथ प्रकृति भी नहीं चाहती कि हेमन्त सोरेन की सरकार गिरे

लेकिन, इस बार हेमन्ता विश्व सरमा के समक्ष उद्धव ठाकरे नहीं बल्कि झारखण्ड के तेज-तरार व कुशल राजनीतिज्ञ हेमन्त सोरेन थे. नतीजतन पूर्व की ही भांति इस बार भी सरकार गिराने की साज़िश नाकाम हुई. खेल के किरदार बंगाल पुलिस की हिरासत में आराम कर रहे हैं और राज उगल रहे हैं. मसलन, इससे स्पष्ट होता है कि झारखण्ड की जनता के साथ-साथ प्रकृति भी नहीं चाहती कि झारखण्ड मे हेमन्त सोरेन की सरकार गिरे. इसलिए तो अंतिम वक़्त में साज़िश का पर्दाफ़ाश हो जाता है और साजिशकर्ता पकड़े जाते हैं. मसलन, कहा जा सकता है कि हेमन्ता भी हेमन्त सोरेन के व्यूह रचना को भेद नहीं पाए.

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