मॉब लिंचिंग पर झारखंड भाजपा ने लिया अब यू टर्न !

मौजूदा भाजपा के शासन में झारखंड हमेशा ही भूख से मौत व ‘मॉब लिंचिंग’ में देशभर में अव्वल और सुर्खियों में रहा है झारखंड जनाधिकार मोर्चा की एक रिपोर्ट के अनुसार यहाँ भीड़ ने लगभग 12 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है इनमें 10 मुसलमान और 2 आदिवासी हैं लेकिन सरकार आरोपियों को केवल गले लगाने के सिवाय और कुछ करती नहीं दिखी है इस सरकार पर ऐसी घटनाओं को लेकर हमेशा प्रश्न चिन्ह रहा है!

लेकिन, झारखंड में इस मुद्दे को लेकर भाजपा सरकार ने यू टर्न लिया है झारखंड के नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने अब यह बयान दिया है कि यह भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल को बदनाम करने का साज़िश है उनका कहना है कि प्रदेश में एक चलन सा शुरू हो गया हैकहीं कोई मामला होता है, तो इन संगठनों को जोड़ दिया जाता है। उनका यह भी कहना है कि कहीं भी किसी को कोई मार देता है, तो उसे मॉब लिंचिंग बताने का खेल शुरू हो जाता है

ज्ञात हो कि, झारखंड में छह दिन पहले ‘मॉब लिंचिंग’ के शिकार हुए मुस्लिम युवक तबरेज की मौत अस्पताल में हो गयीदर्ज प्राथमिकी में तबरेज की पत्नी शाइस्ता परवीन ने कहा है कि उसके पति तबरेज अंसारी 17 जून की रात अपने साथियों के साथ बाइक से जमशेदपुर के आजादनगर लौट रहे थे धातकीडीह गांव के पास पप्पू मंडल एवं अन्य ने चोरी के संदेह में उन्हें पकड़ लिया और खंभे से बांधकर पीटा साथ ही इस दौरान उन्हें धार्मिक नारा लगाने को मजबूर किया गया दो दिन बाद उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गयी

बहरहाल, इस घटना की निष्पक्षता से जांच करवा दोषियों को सजा दिलवाना छोड़ श्री सिंह ने ‘कट एंड पेस्ट’ का हवाला देकर पूरे वीडियो को ही गलत साबित करने का प्रयास कर रहे हैंउनका कहना है कि सोशल मीडिया में वायरल होने वाले हर वीडियो की सत्यता जांचना एक बड़ी चुनौती है नगर विकास मंत्री ने पूरे मामले की लीपापोती करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं का राजनीतिकरण करने का जो ट्रेंड चला है, यह ठीक नहीं है

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