हेमन्त का यह सबसे लंबा पुल निर्माण कई संस्कृतियों को जोड़ेगा

झारखण्ड : दुमका, मयूराक्षी नदी पर नवनिर्मित सबसे लम्बे पुल का उद्घाटन. हेमन्त सरकार का यह निर्माण न केवल संस्कृतियों को जोड़ेगा. कृषि, औद्योगिक, पर्यटन जैसे कई रोजगार सृजन को संभव बनाएगा.

रांची : पृथ्वी यूनिवर्स में एक मात्र ग्रह है जहाँ जीवन है. जहाँ सभ्यता और जीवन का विकास भिन्न प्राकृतिक बनावट और उसके वातावरण के अनुकूल होता है. और पृत्वी के अलग-अलग टुकड़ों पर बसने वाली सभ्यताओं का जीवन जीने की शैली भिन्न और अलग विशिष्टता लिए होती है. और पूल और सड़क व्यवस्था ही वह माध्यम है जिसके आसरे सभ्यताओं का मिलन होता है. और दो अलग वातावरण में विकसित मानवों की मानसिक संतुलित जुड़ाव के अक्स में ही राष्ट्र का निर्माण होता है. 

हेमन्त का यह पुल कई संस्कृतियों को जोड़ेगा

विभिन्न आदिवासी वर्ग पृथ्वी के प्राथमिक स्त्रोत हैं. मसलन उनके अचेतन मस्तिस्क को पूल की उपयोगिता का भान है. एक आदिवासी सीएम के कार्यप्रणाली तथ्य की पुष्टि करती दिखती है. ज्ञात हो, सीएम हेमन्त सोरेन के शासन में झारखण्ड प्रदेश में सर्वाधिक छोटे-बड़े पूलों का निर्माण हो रहा है. जिससे पहाड़ों-जंगलों में बसे गांवों का जुड़ाव मुख्यालय व एक दूसरे संभव हो रहा है. 30 अक्टूबर 2023 को दुमका के मयूराक्षी नदी पर नवनिर्मित राज्य के लंबे पुल का उद्घाटन सीएम ने की.

मयूराक्षी नदी पर बने पूल से दुमका से जुड़े दर्जनों गांव 

मयूराक्षी नदी पर मसानजोर डैम के कारण कई गांवों का सम्पर्क दुमका मुख्यालय से टूट गया था. ऐसे में यह पुल दो महत्वपूर्ण पथों दुमका एयरपोर्ट चकलाता पथ एवं सीतपहाड़ी मोड़ सिंगरी-हल्को पथ जो मसानजोर व जामताड़ा के नाला प्रखण्ड को जोड़ता है, जिससे मसलिया व रानीश्वर प्रखण्ड के दर्जनों गांव यथा मकरमपुर, कालाबगान, कोलारकोंदा, आसनपानी, धरमपुर, सिंदुरपुर, आदि क्षेत्रों के बड़ी आबादी को दुमका मुख्य शहर से पुनः जोड़ दिया है.

इस पुल के निर्माण से दुमका शहर से पश्चिम बंगाल स्थित दार्शनिक स्थल सिवड़ी की भी दूरी कम हो गयी है. तथा दुमका शहर को पश्चिम बंगाल राज्य से जोड़ने हेतु एक वैकल्पिक मार्ग का सृजन हुआ है. हेमन्त सरकार के इस महत्वपूर्ण और दूरदर्शी कदम से इस क्षेत्र में कृषि, आर्थिक, औद्योगिक एवं पर्यटन के विकास से रोजगार सृजन का मार्ग प्रशस्त हुआ है. ज्ञात हो आधुनिक तकनीक से निर्मित यह पूल सैलानियों को अपने ओर आकर्षित करने का क्षमता रखता है. 

प्रस्तावित दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नाम का यह पूल बना आकर्षण का केन्द्र

झारखण्ड राज्य के दुमका जिले में कुमड़ावाद के नजदीक निर्मित प्रस्तावित दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नाम के इस पुल की लम्बाई 2.34 किलोमीटर है. पुल का निर्माण कुल 198.11 करोड़ रुपए की लागत से हुआ है. पुल के निर्माण में आधुनिक इंजिनियरिंग व तकनीकों का उपयोग हुआ है. पुल के बीचों-बीच आगंतुक सैलानियों को आकृष्ट करने एवं आसपास की नैसर्गिक सौन्दर्यता को देखने की व्यवस्था की गई है. पुल उद्घाटन के साथ ही यह सैलानियों के लिये आकर्षण का केन्द्र बन गया है.

मकरमपुर : सड़क नेटवर्क के विकास हेतु बारह पथ परियोजनाओं का शिलान्यास

30 अक्टूबर 2023, दुमका के मकरमपुर से सीएम हेमन्त के द्वारा दुमका सड़क नेटवर्क के उन्नयन एवं सुदृढीकरण के लिए बारह पथ परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया. जिसकी कुल लंबाई 132.118 किमी एवं कुल परियोजना लागत 143.26 करोड़ रुपए है. इसके अतिरिक्त दुमका के समग्र पथ नेटवर्क विकास हेतु निर्मित 10 अन्य पथ परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया. जिसकी कुल लंबाई 132.64 किलोमीटर एवं परियोजना लागत 193.31 करोड़ रुपए है.

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