झारखण्ड : एक आदिवासी सीएम हेमन्त सोरेन की युवाओं के भविष्य संवारने की जिद्द को रोक पाने में विपक्ष विफल. रोजगार मेला में विभिन्न संस्थानों-कंपनियों में 5132 युवाओं को मिली नियुक्ति.
रांची : केंद्र की ईडी जैसी तमाम माध्यमों के बावजूद सामंतवाद सीएम हेमन्त सोरेन का युवाओं का भविष्य संवारने और सभी संस्थानों में एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यक और आम गरीब की भागीदारी सुनिश्चित करने से नहीं रोक पा रहा है. भारत के लोकतांत्रिक कैनवास पर संवैधानिक अक्षरों को गाढ़ा करने का प्रयास इस आदिवासी सीएम को सामन्तवाद का एक बड़ा दुश्मन बना दिया हैं. झारखण्ड के प्रति उतरती केन्द्रीय नीतियों में यह सामंती तिलमिलाहट स्पष्ट दिखती भी है.
ज्ञात हो, झारखण्ड सीएम के जनहित कदम को थामने हेतु राज्य का विपक्ष के द्वारा केन्द्रीय शक्तियों के आसरे षड्यंत्रों के ऊंट को हर करवट बिठाने का असफल प्रयास हुआ. एक तरफ ईडी की जांच के एंगले को कई बार बदलने का प्रयास हुआ. झारखण्ड के राज्यपाल को बदल जरुरी विधेयकों को रोका गया. राज्य के बकाया रोक विकास के पहिये को रोकने का प्रयास हुआ. अब कई घोटालों के आरोपी पूर्व सीएम रघुवर दास को राज्यपाल की शपथ दिला ईडी को खुला मैदान दिया गया है.
युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता -सीएम हेमन्त
झारखण्ड राज्य के सीएम हेमन्त सोरेन का युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की प्राथमिकता केवल भाषणों में ही धरातल पर दिखी है. सरकारी से लेकर निजी क्षेत्र की नौकरी में बड़े पैमाने पर युवाओं को रोजगार के विभिन्न आयामों से जोड़ा गया है. और सरकार की यह कवायद लगातार जारी है. 30 अक्टूबर 2023 का दिन भी सच का गवाह बना. पलामू, प्रमंडलीय रोजगार मेले में राज्य के 5132 बेटे – बेटियों को ऑफर लेटर मिलना सीएम के मंशा को प्रदर्शित करता है.
ढाई महीने में 27000 युवाओं में 25000 मूल युवाओं को मिला ऑफर लेटर
सीएम के शब्दों के अनुसार पिछले ढाई महीने में राज्य के 27000 युवाओं को ऑफर लेटर दिया गया है. 18 अगस्त 2023 को चाईबासा में आयोजित प्रथम प्रमंडलीय रोजगार मेला में 10020 युवाओं को ऑफर लेटर दिया गया. 11 सितंबर 2023 को हजारीबाग में आयोजित प्रमंडलीय रोजगार मेला में 11850 अभ्यर्थियों को ऑफर लेटर दिया गया. 30 अक्टूबर 2023 को पलामू प्रमंडलीय रोजगार मेला में 5132 युवाओं को ऑफर लेटर मिला. जिसमें लगभग 25 हज़ार स्थानीय युवाओं की भागीदारी है.
झारखण्ड में चारों तरफ खुल चुके हैं रोजगार के दरवाजे
इससे सच से इनकार नहीं किया जा सकता कि वर्तमान सरकार में झारखण्ड राज्य में रोजगार के कई दरवाजे खोले गए हैं. सरकारी विभागों में खाली पड़े पदों पर बड़े पैमाने पर नियुक्तियां हो रही है. 20000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र मिल चुका है. जेपीएससी, जेएसएससी व अन्य माध्यमों से लगभग 40000 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया की तेजी दिख रही है. सरकार स्वयं युवाओं को प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करा रही है. आर्थिक मदद और कौशल विकास का प्रशिक्षण दे रही है.
राज्य के निजी क्षेत्र में भी 75% स्थानीय युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सरकार के द्वारा नीति बनाई गयी हैं. जिसके अक्स में राज्य में कार्यरत निजी संस्थानों और कंपनियों में 40000 रुपए वेतन की नौकरियों में यहां के आदिवासी, दलित व सभी वर्गों के मूलवासियों को 75% रोजगार को अनिवार्य बनाया गया है. सीएम स्वयं इन युवाओं को निजी संस्थान के ऑफर लेटर अपने हाथों से दे रहे है. मसलन, सीएम हेमन्त के नीतियों का असर झारखण्ड का भविष्य सुनिश्चित कर रहा है.