कोरोना संकट में जीवन को सामान्य बनाने और राज्य की विकास गति तेज करने की दिशा में सरकार ने किया है जबरदस्त काम, राज्य में शहरी और ग्रामीण इलाकों की ज़रूरतों के हिसाब से बनाई गई है रोजगार से जुड़ी योजनाएं और अब बेरोजगारों को नौकरी देने का एलान
हेमंत सरकार बढ़ी पारदर्शिता की ओर – 29 दिसंबर को सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर जनता से साझा कर सकती उपलब्धियाँ
- रोजगार सृजन सरकार की विशेष प्राथमिकताओं में शामिल
- स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए भी सरकार ने बनायी है कार्य योजना
दुमका। झारखंड राज्य के युवाओं के लिए 2021 नई उम्मीदों का साल साबित होगा। हेमंत सरकार ने नए वर्ष में बड़े पैमाने पर राज्य के बेरोजगारों को नौकरी देने की पृष्ठभूमि पर कार्य योजना तैयार की है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा बाक़ायदा संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की गयी है कि अगले साल के मार्च तक राज्य के लगभग 10 से 15 हज़ार युवाओं, बेरोजगारों को नौकरी दी जाएगी। इसके अलावा स्वरोजगार से लोगों को जोड़ने के लिए भी एक्शन प्लान बन कर तैयार है। साथ ही राज्य में ज्यादा रोज़गार सृजन करना सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है।
रोज़गार सृजन के लिए हर क्षेत्र में रोज़गार की संभावनायों को तलाशने की ज़िम्मेदारी व कड़े निर्देश संबंधित अधिकारियों को मुख्यमंत्री द्वारा दे दी गयी हैं। और यह सब साकार हो रहा है केंद्र व प्रदेश भाजपा के रोड़े अटकाने के बावजूद। जाहिर है यह प्रदेश भाजपा पचा नहीं पा रही है और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश खुद की पूर्व की सरकार का आईना देखने के बजाय, सरकार पर युवाओं को छलने का आरोप लगाने से नहीं चूके। जो सिर्फ सदियों से चली आ रही कहावत, “बनी बात में झगडा डालो कुछ तो पंच दिलाएगा” को चरितार्थ करती है।
सरकार के पूरे हो रहे हैं 1 साल, कई नई योजनाओं की होंगी शुरूआत
29 दिसंबर को सरकार के 1 साल पूरे हो रहे हैं। इस मौके पर स्वयं मुख्यमंत्री ने कई नई योजनाओं के शुरूआत होने संकेत दिए हैं। साथ ही सरकार द्वारा पारदर्शी तौर पर पिछले एक साल के दौरान हुए काम व उपलब्धियों को भी जनता के समक्ष रखी जा सकती है। ऐसा होने पर यह पहली बार होगा जब कोई राज्य सरकार प्रतिवर्ष पारदर्शिता से प्रतिवर्ष अपने कार्यों का लेखा-जोखा अपनी जनता के समक्ष प्रस्तुत करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जनता की उम्मीदों पर हमारी सरकार खरा उतरने की दिशा में लगातार निष्पक्षता से कार्य कर रही है।
कोरोना संकट के बीच जनता के सहूलियत के लिए शुरू की गई कई योजनाएं
मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि यह साल कोरोना महामारी की वजह से काफी चुनौतियों भरा रहा। लेकिन, इस वैश्विक महामारी के बीच लोगों को राहत देने के लिए हमारी सरकार ने कई अहम योजनाएं शुरू की है। जिसमे मनरेगा के अंतर्गत तीन नई योजनाएं शुरू की गई है, जिसके तहत मानव दिवस सृजित करने के साथ विकास से जुड़ी योजनाओं को गति दी जा रही है।
राज्य में पर्यटन के विकास के लिए खाका तैयार कर लिया गया है। इस क्षेत्र में स्थानीय लोगों को रोज़गार से जोड़ा जाएगा। सरकार ने शहरी और ग्रामीण इलाकों के ज़रूरतों को देखते हुए अलग-अलग योजनाएं बनाई है। शहरी क्षेत्र में लोगों को रोज़गार के लिए योजना चलाई जा रही है। जिसके तहत सरकार का मकसद है कि कोरोना काल में घर वापस आए मज़दूरों को रोज़गार उपलब्ध कराया जा सके।
जीवन को सामान्य बनाने के साथ विकास को गति देने का हो रहा है काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना से आज पूरी दुनिया जूझ रही है, कई व्यवस्थाएं ठप है। ऐसी परिस्थिति में हमारी सरकार कोरोना संकट से निपटने के लिए लगातार आगे बढ़ रही है। पिछले 1 साल की चुनौतियों से बाहर निकलते हुए जीवन को सामान्य बनाने के साथ विकास की गति को तेज किया जा रहा है। विदित है कि सीमित संसाधनों के भरोसे सरकार ने ना सिर्फ कोरोना को नियंत्रित करने में सफल हो रही है बल्कि राज्य को नई ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए लगातार प्रयासरत भी है।