माता-पिता ने अपनी पुत्री की भूख से हुई मौत कहने के लिए मांगी माफ़ी

बोकारो के मीना कुमारी की मौत पर उसके माता-पिता ने कहा था कि यह मौत भूख से हुई है, अब यह कहते हुए माफ़ी मांगी है कि उसकी बेटी विकलांग थी और जो लम्बे समय से बीमार चल रही थी  

बोकारो, गोमिया प्रखंड के टिकहारा गाँव की 17 वर्षीय विकलांग लड़की मीना कुमारी के माता-पिता ने कथित तौर पर यह कहने के लिए माफ़ी मांगी है वह भूख से मरी है। उन्होंने यह भी कहा कि वह हड़बड़ी में उसने एक कार्यकर्ताओं के समक्ष कहा था कि उसकी बेटी भूख से मरी है। असल में मेरी बेटी विकलांग थी और लम्बे समय से बीमार थी इसके लिए माफ़ी मांगता हूँ।

बुधवार को, वह इसके लिए टिकरा ग्राम पंचायत मुखिया हेमंती देवी और पंचायत समिति सदस्य पार्वती देवी के पास गयी थी। उनहोंने लड़की के माता-पिता को इस बाबत सलाह दी कि वह प्रखंड विकास अधिकारी को संबोधित करते हुए पात्र लिखे, फिर उनहोंने सत्यापन करते हुए उस पात्र को अग्रेसित कर दिया। सर्कल ऑफिसर ओम प्रकाश पांडे का कहना है कि प्रशासन भूख से मौत की अफवाह फैलाने के लिए विकलांग लड़की के पड़ोसी जितेंद्र मरांडी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रहा है।

लड़की का पिता एक मजदूर के रूप में मांडू सर्कल में काम करता था, लेकिन देशव्यापी बंदी के कारण वह पिछले कुछ दिनों से घर पर था। हालांकि, उनके पास खाने के लिए पर्याप्त था। आदिवासी मूलवासी मंच के सदस्य अनिल हांसदा ने भी गाँव का दौरा कर कहा कि लड़की विकलांग थी और पिछले कुछ दिनों से बीमार थी। उन्होंने कहा, ” तालाबंदी के कारण उसे अस्पताल या डॉक्टर के पास वे नहीं ले जा सके।” उन्होंने कहा कि परिवार के पास स्टॉक में कुछ खाद्यान्न हैं, लेकिन लड़की के बीमार होने के कारण वह खाने में असमर्थ थी।

यह पूछे जाने पर कि क्या 5 रुपये में गरीबों को पका हुआ भोजन मुहैया कराने वाली मुखिया दाल दाल योजना, हांसदा ने कहा कि यह योजना बुधवार से को शुरू हो पाया है जो अब सुचारू रूप से पका हुआ भोजन का वितरण कर रही है।

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