हेमन्त सरकार : सोलर पम्प सेट लगाने में झारखण्ड पूरे देश में 5वां स्थान रखता है. अब तक करीब 6717 सोलर पम्प सेट पूरे राज्य में लग चुके हैं. दूसरे चरण में राज्य सरकार द्वारा 10 हजार पम्प सेट लगाने का लक्ष्य.
रांची : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में, झारखण्ड में सौर ऊर्जा के व्यापक विस्तार हेतु सौर ऊर्जा नीति 2022 लागू की गई है. इसके नीति के तहत वित्तीय वर्ष 2022- 23 से 2026- 27 तक के लिए सौर ऊर्जा से 4000 मेगावाट बिजली का उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित है. सौर ऊर्जा नीति के तहत सोलर पार्क, कैनाल टॉप सोलर, फ्लोटिंग सोलर, सोलर पम्प सेट जैसी कई योजनाओं के माध्यम से झारखण्ड के विकास की विस्तृत रोड मैप तैयार किया गया है.
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के निर्देश से राज्य के किसानों के लिए सिंचाई के कई वैकल्पिक साधन उपलब्ध गए हैं. सौर ऊर्जा नीति 2022 के तहत किसान सोलर वाटर पम्पसेट योजना हेतु वेब पोर्टल की शुरुआत हुई है. इस वेब पोर्टल के जरिए किसानों को सोलर पंप सेट प्राप्त करने हेतु प्रारंभिक चरण से सोलर पंप के वितरण एवं अधिष्ठापन, संचालन एवं 5 वर्ष तक उसके रखरखाव की प्रक्रिया को सरल एवं पारदर्शी बनाने के लिए डाटा संग्रहण, डाटा विश्लेषण एवं ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जाएगी.
किसानों के लिए ऑफ ग्रिड सोलर पम्प के लिए करीब 96% अनुदान
पोर्टल के माध्यम से किसान सोलर पम्प प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर उसकी स्थिति देख सकेंगे. ज्ञात हो, किसानों के लिए ऑफ ग्रिड सोलर पम्प के लिए करीब 96% अनुदान दिया जा रहा है. प्रथम चरण में अब तक करीब 6717 सोलर पम्प सेट पूरे राज्य में लग चुके हैं, जिसमें 2020 से 22 तक राज्य भर में 6500 लगे हैं. सोलर पम्प सेट के मामले में झारखण्ड पूरे देश में 5वां स्थान रखता है. साथ ही दूसरे चरण में राज्य सरकार द्वारा 10 हजार सोलर पम्प लगाने का लक्ष्य रखा गया है.