झारखण्ड : आने वाली मंदी को थामने हेतु सीएम सोरेन लगातार कर रहे हैं तैयारी. सभी वर्गों के पेंशन, राशन व शिक्षा का भार सरकार ने उठाया. योजनाओं के माध्यम से राज्य में रोजगार सृजन का हो रहा प्रयास. नियुक्तियों के खुल रहे रास्ते. दमित वर्ग को विशेष प्राथमिकता.
रांची : देश में आने वाले समय में भारी मंदी के कयास लगाए जा रहे हैं. लेकिन, झारखण्ड के सीएम, हेमन्त सोरेन विपरीत परिस्थिति में बेहतर प्रबंधन के लिए जाने जाते हैं. मौजूदा दौर में भी कुछ ऐसा ही देखा जा रहा रहा है. झारखण्ड के विकास में सीएम सोरेन के कदम लगातार गरीबो के, दमितों के कल्याण में मजबूती से बढ़ रहे हैं.
20 लाख राशन कार्ड व् यूनिवर्सल पेंशन योजना
ज्ञात हो, झारखण्ड राज्य में 20 लाख राशन कार्ड निर्गत गया निश्चित रूप हेमन्त शासन का दूरदर्शी कदम कष्टदायक समय में राज्य के जनता को राहत देगा. समय रहते ही सीएम के द्वारा राज्य के सभी जरूरतमंद वृद्ध, विधवा, एकल, परित्यक्त, दिव्यांग, विकलांग जैसे वर्गों को यूनिवर्सल पेंशन योजना के माध्यम से पेंशन देने का कानून बनया गया है. इन्हें पेंशन मिल रहे हैं.
योजनाओं के माध्यम से राज्य में लगातार रोजगार सृजन व आय में बढौतरी के प्रयास
हेमन्त सरकार द्वारा राज्य के बच्चों की शिक्षा का भार उठाने का प्रयास किया जा रहा है. और कई जन कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से राज्य में लगातार रोजगार सृजन व आय में बढौतरी के ठोस प्रयास हुए हैं. इस दिशा में सीएम ने सुदूर क्षेत्रों तक में शिविर लगा कर राज्य के अधिकाँश जनता को योजना से जोड़ने का प्रयास हुआ है. साथ ही पशुधन योजन के तहत इन्हें पशु मुहैया कराया जा रहा है.
आदिवासी, दलित व पिछड़े वर्ग का सेवाओं में रिप्रजेंटेशन बढौतरी के प्रयास
राज्य के आदिवासी, दलित व पिछड़े वर्ग को सामाजिक सुरक्षा देने की दिशा में ऐतिहासिक रूप से विशेष प्रयास हुआ है. सेवाओं में इन वर्गों के रिप्रजेंटेशन में बढौतरी की दिशा में सीएम स्वयं कमर कास चुके हैं. इन वर्गों के आरक्षण अधिकार को मजबूती से लागू किया जा रहा है. इनकी संस्कृति सभ्यता को संरक्षित किया जा रहा है. बैंक के हाथ खड़े करने के बावजूद भरी सब्सिडी पर इन्हें लोन मुहैया हो रहा है.
सामंतवादी पोथियों के काले अक्षरों को मिटा कर नए सिरे से नियुक्तियों के दौर को आरम्भ करने का प्रयास
सीएम के द्वारा एलान किया कि शिविर लगा कर राज्य के 85% युवाओं को निजी कंपनियों में नौकरी दिलाया जाएगा. नियुक्तियों के मद्देनजर पूर्व के सामंतवादी पोथियों के काले अक्षरों को मिटा कर नए सिरे से नियुक्तियों के दौर को आरम्भ किया जा रहा है. जल्द ही भारी संख्या में राज्य में नियुक्तो होने के आसार हैं. साथ ही सामन्तवादी मकडजाल को काट कर राज्य के कर्मचारियों, शिक्षकों के भविष्य को संरक्षित किया जा चुका है.