मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षित 238 युवाओं को सौंपा नियुक्ति पत्र – दी बेहतर भविष्य की शुभकामनाएं 

मुख्यमंत्री ने कल्याण गुरुकुल खूंटी व जमशेदपुर में प्रशिक्षित 238 युवाओं को सौंपा नियुक्ति पत्र, बेहतर भविष्य की दी शुभकामनाएं. सरकारी व निजी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर युवाओं को रोजगार देने हेतु सरकार द्वारा लगातार उठाए जा रहे हैं कई ठोस कदम…  

  • सरकारी पदों को भरने की दिशा में हो रही कार्रवाई 
  • ग्रामीणों, किसानों, नौजवानों, वंचितों, बेरोजगारों और महिलाओं समेत सभी जरूरतमंदों को योजनाओं से जोड़ने का हो रहा काम 

हमारे नौजवानों में भरपूर क्षमता है, बस उसे तराशने की जरूरत है 

नर्सिंग के क्षेत्र में पुरुषों के लिए भी खुले दरवाजे, देश विदेश में काफी है मांग 

खिलाड़ियों के लिए संसाधन और प्रशिक्षण की व्यवस्था, देश-विदेश में प्रतिभा दिखाने का मिलेगा मौका 

हेमन्त सोरेन, मुख्यमंत्री, झारखंड

रांची : हेमन्त सरकार ने 2021 को नियुक्ति वर्ष के रूप में मनाने का संकल्प लिया है. इस कड़ी में सरकारी व निजी क्षेत्रों में युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए सरकार द्वारा लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. कई सालों से लंबित जेपीएससी की परीक्षा इस सरकार में सफलतापूर्वक ली जा चुकी है. 700 शिक्षकों व मनरेगा में 500 पदों समेत अन्य खाली पदों को भरने की दिशा में भी कार्रवाई हो रही है. इससे पहले लगभग 600 चिकित्सकों, 24 खेल पदाधिकारियों, 40 खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है.

इसके अलावा एसीसी कंपनी में डेढ़ सौ युवाओं को स्थायी नौकरी और दूसरे राज्यों में काम कर रही यहां की 200 युवतियों को अपने घर में ही टेक्सटाइल उद्योग में रोजगार से जोड़ा गया. 900 से ज्यादा बच्चियों को प्रशिक्षित कर नर्स बनाया गया.  वर्त्तमान में मौका था कल्याण गुरुकुल खूंटी एवं जमशेदपुर में प्रशिक्षित छात्रों को नियुक्ति पत्र प्रदान करते के लिए आयोजित समारोह का.  इस मौके पर उन्होंने 238 छात्रों को नियुक्ति पत्र प्रदान करते हुए उनके बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी. 

कोरोना काल से निकलकर युवाओं को दिया जा रहा है रोजगार की सौगात 

मुख्यमंत्री – पिछले लगभग डेढ़ सालों से कोविड-19 महामारी से देश-दुनिया अस्त व्यस्त है. झारखंड की व्यवस्था भी इस दौरान ठप्प सी हो गई. लेकिन, इस चुनौती भरे काल में ग्रामीणों, किसानों, नौजवानों, वंचितों, बेरोजगारों और महिलाओं समेत सभी जरूरतमंदों को सरकार ने रोजगार से जोड़ने का काम किया. विशेषकर, लॉकडाउन के दौरान दूसरे प्रदेशों में फंसे मजदूरों को ना सिर्फ हवाई जहाज और ट्रेनों से वापस लाया गया, उनके लिए मुफ्त भोजन तथा रोजगार के लिए कई नई योजनाओं की शुरुआत की गयी, ताकि उनका मनोबल बना रहे. हमारी सरकार के बेहतर प्रबंधन का ही नतीजा था कि लॉक डाउन के दौरान किसी की भी मौत भूख से नहीं हुई.

ग्रामीण युवाओं को स्वावलंबी बनाने की पहल 

मुख्यमंत्री – हमारे राज्य के युवाओं में प्रतिभा है और उसे निखार कर रोजगार से जोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में सरकार लगातार काम कर रही है . मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, फूलो झानो आशीर्वाद योजना, मनरेगा के तहत बिरसा हरित ग्राम योजना और शहीद पोटो खेल मैदान योजना जैसी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. इन सभी योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिले, इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है.

नर्सिंग के क्षेत्र में अपार संभावनाएं 

मुख्यमंत्री – नर्सिंग के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं. देश विदेश में नर्सों की काफी मांग है. ऐसे में पुरुषों के लिए भी अब नर्सिंग में प्रवेश का दरवाजा सरकार ने खोल दिया है. युवाओं से आग्रह है कि वे भी नर्सिंग की ट्रेनिंग लें. 

प्रशिक्षण के साथ प्लेसमेंट भी 

मुख्यमंत्री – युवाओं के कौशल विकास के लिए सरकार कई प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रही है. कल्याण गुरुकुल में भी युवाओं को विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. यहां उनका प्लेसमेंट भी हो रहा है. यहाँ युवा अपने पैरों पर खड़ा होने के साथ परिवार-समाज को मजबूत और बेहतर बनाने में अपना योगदान देंगे. इससे ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण युवाओं को इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जुड़ने की प्रेरणा मिलेगी. उ प्रशिक्षण के बाद जिन युवाओं का प्लेसमेंट हुआ है, उनका समय-समय पर इंटरनल एसेसमेंट की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी.

स्वरोजगार के लिए भी सरकार दे रही रही ऋण 

मुख्यमंत्री – जिन युवाओं ने तकनीकी या औद्योगिक प्रशिक्षण लिए हैं. अगर वे स्वरोजगार करना चाहे तो उनके लिए सब्सिडी आधारित 25 लाख रुपए तक का ऋण देने की योजना भी सरकार ने शुरू की है. वे  योजना का लाभ लेकर अपनी दुकान इत्यादि खोल सकते हैं. उम्मीद है कि ये प्रशिक्षित युवक आने वाले दिनों में ना सिर्फ अपने लिए बल्कि दूसरों के लिए भी रोजगार का दरवाजा खोलेंगे.

15,000 से ज्यादा युवाओं को मिल चुका है रोजगार 

 प्रेज्ञा फाउंडेशन द्वारा संचालित कल्याण गुरुकुल खूंटी और जमशेदपुर के 238 छात्रों को आज नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया. इनमें अनुसूचित जनजाति के 174 अनुसूचित जाति के 7, ओबीसी के 51 और अल्पसंख्यक वर्ग के 6 छात्र शामिल हैं. इन सभी छात्रों का प्लेसमेंट शापूरजी पालन जी, आटोमोटिव एक्सल और विलास जावेडकर जैसी नामी कंपनियों में हुआ है. इन सभी छात्रों ने कल्याण गुरुकुल में निर्माण और इलेक्ट्रीशियन ट्रेड में प्रशिक्षण प्राप्त किया है.

गौरतलब है कि कल्याण गुरुकुल में छात्रों को फिटर, वेल्डर, कारपेंटर, प्लंबर और अपैरल जैसे ट्रेड में प्रशिक्षण देने के साथ प्लेसमेंट की भी व्यवस्था की जाती है. फिलहाल, प्रेज्ञा फाउंडेशन की ओर से राज्य में 9 कौशल विकास कॉलेज और 28 कल्याण गुरुकुल ट्रेनिंग सेंटर चलाए जा रहा है. यहां से अब तक 15,000 से ज्यादा युवाओं को देश विदेश में रोजगार से जोड़ा गया है.

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