झारखण्ड : चुनौतियों के बीच सीएम हेमंत सोरेन ने 80 उत्कृष्ट विद्यालय शुभारंभ कर प्राइवेट स्कूलों के लालच को ठोस जवाब दिया. देश को विकल्प सुझाते हुए बताया कि शिक्षा पर है सभी का बराबर अधिकार.
राँची : झारखण्ड ने 20 वर्षों के सामंती राजनीति के इतिहास में लचर शिक्षा व्यवस्था का दंश झेला है. इस अक्स में न केवल राज्य का शिक्षा के अधिकार का हनन हुआ. राज्य के मूलवासी विकास से विमुख हुए हैं. लेकिन सीएम हेमन्त सोरेन ने अपनी कुशलता से वह कर दिखाया है जिसका सपाना राज्य के महापुरुषों ने देखा था और पिछले 20 वर्षों में राज्य की मूलवासी जनता ने जिस शिक्षा के सपने को जीना छोड़ दिया था.
ज्ञात हो, आज, 2 मई 2023 को सीएम हेमन्त सोरेन के द्वारा धुर्वा स्थित ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव उच्च विद्यालय से उत्कृष्ट विद्यालय का उदघाटन किया गया. सीएम सोरेन ने इस प्रयास से जहां राज्य को कई विकल्प और भविष्य दिए है. वहीं देश को प्राइवेट स्कूल के रिएडमिशन फी जैसे बेबुनियाद लालच से उबरने का विकल्प सुझाय है. जो शिक्षा पर सबके बराबर अधिकार के संविधानिक अक्षरों को नए सिरे से परिभाषित करता है.
सभी 80 विद्यालय सीबीएसई से मान्यता प्राप्त हैं, जहां बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्राप्त होगी. झारखण्ड के इतिहास में पहली बार है जब सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों के तर्ज पर विकसित करने की सोच को अमलीजामा पहनाया गया. जो निश्चित रूप से राज्य का शिक्षा में लम्बी छलांग है और राज्य का मजबूत भविष्य भी है. राज्य के बच्चों शिक्षित करने वाली यह मशाल निश्चित रूप से राज्य को चिरकाल तक लौ दिखाता रहेगा.