निवेश के नाम अमेरिका तो घूम आये रघुवर दास, लेकिन झारखंडी जनता की तरह विदेशी उद्योगपतियों को छल नहीं पाये

रांची। घमंड व तानाशाही रवैये के कारण सत्ता गंवाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास बीते दिनों भाजपा प्रदेश मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेस की। कांफ्रेस का उद्देश्य रघुवर दास द्वारा हेमंत सरकार की विफलता को बताना था। विफलता को गिनाने के लिए रघुवर दास ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली जाने के लिए चार्टड प्लेन को आधार बनाया। भाजपा नेता का यह आरोप तो मीडिया में भी सुर्खी नहीं बटोर सका। इसका कारण यह है कि सभी जानते है कि हेमंत का चार्टड प्लेन से यात्रा राज्य के विकास कामों को लेकर था। न कि अपने पारिवारिक सदस्यों से मिलने को लेकर, जैसे रघुवर दास करते थे।

ऐसे में भाजपा नेता का लगाये सारे आरोप तो निराधार साबित हो गये। लेकिन इस दौरान रघुवर दास अपने पांच साल की कार्यशैली राज्य की जनता को नहीं बता पाए। अपने प्रेस काफ्रेंस में अगर वे अपने अमेरिका यात्रा का जिक्र करते, तो उन्हें ही शर्म आ जाती। उस दौरान भाजपा नेताओं द्वारा बताया गया था कि उनके मुख्यमंत्री राज्य में आयोजित होने वाले ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट में इन उद्योगपतियों को निवेश का निमत्रंण देने गये थे। हालांकि निवेश तो नहीं आया। लेकिन इससे एक बात तो साबित हुआ था कि त्कालीन सीएम झारखंड की जनता को तो धोखा दे दिये लेकिन विदेशों के उद्योगपतियों को अपने झांसे में लाने में फेल हो गये।   

7 आईएसएस अफसरों के साथ सीएम रघुवर का विदेश जाना रहा असफल

सभी जानते हैं कि सितम्बर 2016 को रघुवर दास अपने 16 लोगों की टीम के साथ अमेरिका के लिए लास वेगास सहित सैन फ्रैंसिस्को, न्यूयॉर्क, अस्टोरिया जैसे शहर गये थे। इस यात्रा में सीएम 7 सीनियर आईएएस अफसर भी शामिल थे। इन अफसरों में उस समय के तत्कालीन सीएस राजबाला वर्मा, प्रधान सचिव संजय कुमार, आप्त सचिव अंजन सरकार, कार्मिक सचिव सुनील कुमार वर्णवाल, नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह, तत्कालीन खान आयुक्त अबुबकर सिद्दीकी, उद्योग निदेशक के रवि कुमार शामिल थे। निवेश के नाम गये इस शहर में रघुवर दास ने मिनी एक्सपो में शिरकत कर कई उद्योगपतियों से मिले थे। लेकिन इन शहरों से आज तक झारखंड में निवेश का एक पैसा नहीं आ सका। 

लास वेगास का जिक्र तो रघुवर दास को जरूर करना चाहिए था

प्रेस काफ्रेंस के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री को शहर लास वेगास की यात्रा का तो जरूर जिक्र करना चाहिए था। सभी जानते है कि झारखंड की जनता के आंखो में धूल झोंकने व निवेश के नाम पर उन्होंने अमेरिका देश की यात्रा की थी। इसमें लास वेगास शहर दुनिया में सबसे मंहगे व नामी डॉस क्लब व कैसिनो क्लब के रूप में चर्चित है। झारखंड में निवेश तो नहीं आया, लेकिन उन्होंने यह जरूर बताना चाहिए था कि निवेश के नाम पर लास वेगास शहर वे किस काम से गये थे। 

केवल अपने परिवार से मिलने के लिए हेलिकॉफ्टर से जमशेदपुर जाना गलत था

दिल्ली दौरे के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के चार्टड प्लेन को हथियार बनाकर आरोप लगाने वाले रघुवर दास फिर भारी भूल कर गये। वे यह बताना भूल गये कि अपने 2014 से 2019 तक के कार्यकाल में वे हर शनिवार व रविवार को जमेशदुपर में रहा करते थे। ऐसा नहीं कि विकास के कामों को लेकर बल्कि अपने परिवार के साथ रहने के लिए। इस दौरान तो उन्होंने हमेशा एक हेलिकॉफ्टर से यात्रा की। शायद ही उन्होंने कभी रांटी टाटा सड़क मार्ग का सहारा लिया। वहीं हेमंत सोरेन तो चार्टड प्लेन का इस्तेमाल उनके पार्टी के नेताओं के साथ मिलने में किया,वह भी राज्य के विकास कामों को लेकर। लेकिन यह बताना तो रघुवर दास के काफी दर्द भरा हो जाता।

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