गांडेय व राज्य की आकांक्षा को हेमन्त बन पूरा करुँगी -कल्पना

झारखण्ड : कल्पना सोरेन के राजनितिक उभार ने सामंतवाद के मंशा पर पानी फेरा, राज्य को राजनीति शुन्यता से नही बचाया. हेमन्त के सोच के परिधि में विपक्ष को घेरा. हेमन्त के बाहर आने के बाद की स्थिति की कल्पना विपक्ष को कर रहा आतंकित.

रांची : मकडजाल के अक्स में सामंतवाद की राजनीति जनता के लिए किसी अबूझ पहेली से कम नहीं. वैसे तो इसके कई उदाहरण देश के इतिहास में भरे हैं. लेकिन वर्तमान में 10 वर्षीय केन्द्रीय शासन के कैनवास में देश समेत झारखण्ड में उत्पन्न राजनितिक परिस्थितियों से समझी जा सकती है. नियोजन निति का रद्द होना, राजभवन से राज्य के सभी विधेयक का लौटना या हक मांगने पर गरीबों के हित में कार्य करने वाले पूर्व सीएम हेमन्त सोरेन को साजिशन जेल में ठूसे जाने का सच हो.

राज्य की आकांक्षा को करुँगी -कल्पना

तमाम परिस्थियों में जनता के बीच दम तोडती सामन्ती राजनीति दुसरे चेहरे के आसरे जनता को भ्रमित करता दिखता है. एक चेहरा नियोजन निति रद्द करता है, दूसरा चेहरा जनता के असंतोष के ओट में छिप नियुक्ति ना होने का राग अलापता है. एक चेहरा मूलवासियों के हित से सम्बंधित सभी विधेयक वापस लौटाता है. तो दूसरा राज्य सरकार पर वादा पूरा ना करने हेतु जनता को भ्रमित करता है. हेमन्त सोरेन ने उसके भ्रम को आईना दिखाया तो उसे साजिशन जेल में ठूस दिया गया. 

हेमन्त के सोच के परिधि में सामंती नेताओं को घेरने में सफल कल्पना 

लेकिन, जब भी झारखण्ड में राजनितिक संकट गहराता है तो झारखण्ड की मूल विचारधारा नायक – नायिका को जन्म देता है. इस दफा राज्य में कल्पना सोरेन के रूप में यह चेहरा देखा जा रहा है. ज्ञात को कल्पना सोरेन ने हेमन्त के बाद न केवल झारखण्ड की बेबस आवाज को संरक्षण दिया, इण्डिया गठबंधन के आसरे उस आवाज को देश के त्रासदी के साथ केंद्रीकृत कर दिल्ली तक पहुंचा दिया है. अब वह गांडेय विधानसभा उपचुनाव में प्रत्याशी बन सामंतवाद के डरा रहा है. 

जाहिर है हेमन्त को जेल में डाल सामंतवाद मान चला कि झारखण्ड की राजनीती अब उसके मुट्ठी है. लेकिन, कल्पना सोरेन के तीखी राजनितिक उभार ने न केवल सामंतवाद के मंशा पर पानी फेरा, राज्य को राजनीति शुन्यता से नही बचाया. और अब सामन्तवाद के आखों में आँखे डाल पूर्व सीएम के सोच और नीतियों के परिधि में सामंती नेताओं को घेरने में सफल हो चली है. ऐसे में अब हेमन्त सोरेन के जेल से बाहर आने के बाद की स्थिति की कल्पना विपक्षी नेताओं को आतंकित कर रहा है.

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