नयी खेल नीति झारखंडी खिलाड़ियों को देगी नयी पंख

झारखंड में खेल और खिलाड़ियों की कितनी असीम संभावना है वह किसी भी उदाहरण से महसूस किया जा सकता है. झारखंड की बेटी सावित्रि पूर्ति, पहली अंतरराष्ट्रीय महिला हाॅकी खिलाड़ी ने जैसे ही भारतीय हाॅकी टीम का प्रवेश द्वारा खोला, उस द्वार से झारखंड के खिलाड़ियों की लाइन अगले दो दशक तक छोटी नहीं पड़ी। हां रघुवर सत्ता में थोड़ी कमी ज़रुर आयी थी। इसके कई कारण हो सकते हैं: 

भाजपा मुख्यमंत्री रघुवर दास – 

  • देश-विदेश में राज्य का नाम रौशन करनेवाले खिलाड़ी विकास के सबसे अच्छे ब्रांड एम्बेसडर हैं!
  • न केवल अंतराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को सरकार अपने घोषणा पत्र में मोटे-मोटे अक्षरों में वादे भी किये थे।

अमर कुमार बाउरी, खेल मंत्री : 

  • खेल अकादमी सह विवि सरकार और CCL की महत्वाकांक्षी योजना है, इसमें किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जायेगी। खिलाड़ियों को खिलौना बनाने की छूट किसी भी हालत में नहीं दी जाएगी। –23-10-2016  –(कुश्ती प्रतियोगिता में JSSPS के एक कैडेट का हाथ टूटने पर)
  • राज्य सरकार पेंशन देकर देश और राज्य का नाम रौशन करने वाले पूर्व निर्धन खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों का सम्मान करना चाहती है, जिसके वे हक़दार हैं। 10-11-2016 
  • 15 नवंबर तक झारखंड की नई खेल नीति बनाकर लागू कर दी जाएगी, पंचायत से लेकर राज्य स्तर तक खेलों के विकास के लिए अलग-अलग कमेटि भी गठित की जाएगी। 03-08-2017
  • खेल आयोजन के नाम पर झारखंड की बदनामी करानेवाले खेल संघों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। –17-12-2017

लेकिन, धरातल पर क्या उतरा किसी से छुपा नहीं है। हां झारखंडी खिलाड़ियों के बुरी स्थिति अखबारों की सुर्खियाँ बयान ज़रूर करती रही!

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खेल और खिलाड़ियों के प्रति दिखाई संजीदगी

मौजूदा वक़्त में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खेल और खिलाड़ियों के प्रति संजीदगी दिखाई है. जिससे झारखंड के उन तमाम खिलाड़ियों में फिर से उम्मीद जगी है कि उनके दिन बहुरेंगे,और वे राज्य व देश नाम रौशन कर पाएंगे। 

हेमंत सोरेन का कहना है कि विश्वस्तरीय संरचना व प्रतिभाओं की भरमार के बावजूद खेल में हम उस मुकाम पर नहीं पहुंच पाए हैं। खेल हमारी सरकार की प्राथमिकता में है और अब बड़ा एक्शन प्लान बनाने का वक़्त आ चुका है।

इसे लेकर उनके द्वारा राज्य के तमाम खिलाड़ियों की मैपिंग करने करने का आदेश पारित किया गया है। खिलाड़ियों के उपलब्धि, उनके क्षमता, उनके  व प्रदर्शन के आधार पर सरकारी नौकरी जैसे योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नयी खेल नीति बनाने का एलान कर दिया है। इस नीति के तहत खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं के लिए तैयार तैयार किया जाएगा। विभाग को सरकारी नौकरियों में मौजूदा खेल कोटे की समीक्षा कर भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरु करने का निर्देश दिया गया है।

खेल नीति के अंतर्गत आने वाले मुख्य बिंदु: 

सीएम सोरेन ने नयी खेल नीति को व्यावहारिक और मुकम्मल बनाने के लिए खेल विभाग को निर्देश दिए हैं। विभाग ने राज्य के सभी खेल संघों (हॉकी, फुटबॉल, क्रिकेट, बैडमिंटन, एथलेटिक्स आदि) से संबंधित खिलाड़ियों का बायोडाटा सूचीबद्धकरने का आदेश दिया है। सूची में खिलाड़ियों की अब तक की उपलब्धि और क्षमता पर विशेष फोकस किया जाएगा। खिलाड़ियों के लिए आवश्यक प्रशिक्षण की जानकारी भी मांगी गई है जिससे उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए तैयार किया जा सके।

खेल नीति आदिवासी खिलाड़ियों को मुख्यधारा से जोड़ेगी : 

नयी खेल नीति भविष्य के लिए खिलाड़ियों को तैयार करने करने के दृष्टिकोण से तैयार की जायेगी। इसमें सरकार की ओर से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि दी व खेल के बाद भी वह खिलाड़ी पूरे अधिकार और सम्मान के साथ अपनी जिंदगी बसर कर सकें, व्यवस्था भी शामिल है। आदिवासी युवक-युवतियों को मुख्यधारा में लाने के लिए विशेष प्रावधान किए जायेंगे। विभिन्न प्रतियोगिताओं में पदक लाकर राज्य और देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को दी जाने वाली ईनाम की राशि भी बढौतरी भी शामिल 

खेल नीति ओलंपिक के लिए भी तैयार करेगी खिलाड़ी:

नयी खेल नीति खिलाड़ियों को सही प्रशिक्षण, मार्गदर्शन, अच्छा खानपान और प्रतिस्पर्धी माहौल प्रदान करेगी। राज्य की नई खेल नीति ओलंपिक 2021 और 2024 को विशेष रुप से ध्यान में रखकर तैयार की जा रही है ताकि अधिक संख्या में झारखंड के खिलाड़ी ओलंपिक में हिस्सा ले सकें।

अब महिला फुटबॉल खिलाड़ियों को राजधानी में मिलेगा प्रशिक्षण:

फुटबॉल वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए राज्य की महिला फुटबॉल खिलाड़ियों को राजधानी राँची में विशेष प्रशिक्षण देने की व्यवस्था प्रदान करने के आदेश दिए गए है। राज्य के उन 12 खिलाड़ियों को सूचीबद्ध व संपर्क साधा लिया गया है। 

खेलों को तीन वर्गों में बाँटा जायेगा

  1. अधिक संभाव्यता वाले खेल :- एथलेटिक्स, हॉकी, तीरंदाजी, फुटबॉल, बैडमिंटन, कुश्ती, साइकलिंग, कबड्डी.
  2. संभाव्यता वाले खेल :- वुशु, बॉलीबाल, दिव्यांग खेल
  3. कम संभाव्यता वाले खेल :- मुक्केबाज़ी, खो-खो, निशानेबाजी, जिमनास्ट व अन्य.

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