स्थानीय विधायक ने कहा पारसनाथ विवाद विपक्षीय राजनीति से प्रेरित

झारखण्ड : स्थानीय विधायक ने कहा कि बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी व सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के पारसनाथ को जैनियों को देने के बयान का विरोध न होना और संथाल पहरुआ दिशोम गुरु के विरुद्ध नारा लगना दुखद. मरांग बूरु की स्थिति पूर्व की भांति यथावत रहेगी.

रांची : झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के गिरिडीह पारसनाथ क्षेत्र के विधायक ने पारसनाथ विवाद को विपक्षीय राजनीति से प्रेरित करार दिया है. साथ ही पूरे प्रकरण को बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी व उसके रिश्तेदारों की सहभागिता होने की बात कही. बाबूलाल मरांडी व गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के द्वारा पारसनाथ को जैनियों को देने की बात करते हैं तो उनका विरोध क्यों नहीं होता. लेकिन, संथाल के पहरुआ दिशोम गुरु शिबू सोरेन के मुर्दाबाद के नारे दुखद है.

झारखण्ड के सीनियर विधायक लोबिन हेम्ब्रम (दा) के बारे में कहा कि उनके द्वारा उठाये गए तमाम मुद्दे पर हेमन्त सरकार गंभीरता से कार्य कर रही है. वह दिग्भ्रमित हैं. क्योंकि यह मसला केंद्र की सत्ता के द्वारा प्रायोजित है और द्वारा इस मामले में कोई बयान नहीं आया है. झारखण्ड के मुख्यमंत्री स्वयं संथाल है वह मरांग बुरु को पूजते हैं. उनके समक्ष मामला उठाये जाने पर वह अपना राय जरुर रखेंगे. लेकिन मेरा स्पष्ट मानना है कि मरांग बुरु की स्थिति पूर्व की भांति यथावत रहेगी.

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