डुमरी उपचुनाव: BJP नेता तक जगरनाथ दा को ही वोट देने को तत्पर 

डुमरी उपचुनाव : एनडीए द्वारा बंगाल चुनाव के तरह हाइप क्रिएट करने के प्रयास बीच बीजेपी नेता तक स्व. जगरनाथ महतो के पक्ष में वोट देने को तत्पर. आजसू के सिवा सभी जगरनाथ दा को दे रहे हैं सम्मान. 

गिरिडीह : डुमरी विधानसभा उपचुनाव को लेकर बंगाल चुनाव की भांति विपक्ष यानी बीजेपी-आजसू के द्वारा मिथ्या हाइप क्रिएट करने का प्रयास हो रहा है. लेकिन, AIMIM और ईडी की सक्रियता ने एनडीए गठबंधन की पोल खोल दी है. ज्ञात हो, डुमरी विधानसभा क्षेत्र स्वर्गीय जगरनाथ महतो की कर्म भूमी रही है. और बतौर जननेता उनका ग्राफ इस क्षेत्र में बेमिसाल है. साथ ही जगरनाथ महतो झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के ऐसे सिपाहियों में से एक थे जिस पर पार्टी की नीतियां निर्भर करती रही है.

डुमरी उपचुनाव : BJP नेता तक जगरनाथ दा को वोट देने को तत्पर 

ज्ञात हो, यह गिरिडीह जिला का विधानसभा क्षेत्र है. यह भूमि स्व. सालखेन सोरेन, विधायक सुदिव्य कुमार जैसे अनुभवी नेताओं के भी जिला का क्षेत्र है. साथ ही दिशोम गुरु शिबू सोरेन के पद चिन्ह लिए पारसनाथ से सटा इलाक़ा है. और विधायक मथुरा महतो निकटतम पड़ोसी है. जगरनाथ दा झारखण्ड के सीएम हेमन्त सोरेन के प्रिय अभिभावक रहे हैं. ऐसे में उनकी उपस्थिति भी क्षेत्र में है. ऐसे में कोई अबोध भी क्षेत्र में झारखण्ड मुक्ति मोर्चा की मजबूत पकड़ से इनकार नहीं कर सकता है.

डुमरी जनता : जगरनाथ दा के समान में आजसू को  देना चाहिए था प्रत्याशी नहीं

स्व. जगरनाथ महतो झारखण्ड के खांटी खतियानी नेताओं में से एक थे. क्षेत्र में उनका प्रभाव केवल इतना भर से आँका जा सकता है कि बीजेपी व उसके अनुषंगी दल के नेता-सदस्य तक खुला कहने से नहीं चुकते कि विधानसभा चुनाव में वह जगरनाथ दा को ही वोट देंगे. साथ ही सीएम हेमन्त सोरेन का उनके सम्मान में उनकी परछाईं, पत्नी बेबी देवी को मंत्री पद देना स्थानीय जनता को भा रहा है. मसलन, अब लड़ाई झामुमो, इंडिया और एनडीए के बीच नहीं, जनता और एनडीए प्रत्याशी के बीच है.

सोचनीय विषय यह है कि यदि आजसू और उसके सुप्रीमो बतौर नेता स्व. जगरनाथ महतो को सम्मान देने की बात करते हैं, तो उसे उनके सम्मान में यह सीट स्वतः ही छोड़ देनी चाहिए थी. उन्हें प्रयाशी नहीं देना चाहिए था. लेकिन उसका ऐसा ना करने से एक बार फिर उसके मौकापरस्त दोमुंहा चेहरे को राज्य भर में उजागर हो गया है. जिसे डुमरी की संवेदनशील जनता दिल पर ले रही है. उन्हें आगाह कर दिया है यह रामगढ़ नहीं. मसलन, एनडीए हाइप के बीच आखिरी सत्य यह है कि डुमरी की जनता ने जगरनाथ दा के पक्ष में सदैव की तरह अपना मन बना लिया है.

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