मेगा स्पोर्ट्स कंपलेक्स खेलगांव रांची में आयोजित इस एनुअल कॉन्फ्रेंस AOICON 2022 में देशभर से ईएनटी के लगभग 900 विशेषज्ञ डॉक्टर्स हुए शामिल…
राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सेवा स्थापित करना हमारी प्राथमिकता। इंडस्ट्री पॉलिसी के तहत स्वास्थ्य के क्षेत्र में निवेश की संभावनाएं। AOICON 2022 का आयोजन मेडिकल सेवाओं को देगी मजबूती।
हेमन्त सोरेन, मुख्यमंत्री, झारखण्ड
रांची : झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन स्वास्थ्य सुविधायों के क्षेत्र में सुधार हेतु चिंतनशील व जागृत देखे जा सकते है. मसलन, वह स्वाथ्य क्षेत्र में तमाम छोटी-बड़ी संभावनाओं में हल ढूँढते भी देखे जा सकते है. ज्ञात हो, स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रभावी उपचार के लिए अनुसंधान की जरूरत‘ होती है. ऐसे ही विषय पर आधारित एसोसिएशन ऑफ ऑटोलरीनोलॉजिस्ट ऑफ इंडिया (AOI) द्वारा AOICON 2022 कार्यक्रम राज्य में आयोजित किया गया. जो राज्य के स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण सम्मेलन साबित हो सकता है.
ज्ञात हो, इस एनुअल कॉन्फ्रेंस कार्यक्रम में देश-राज्य से तकरीबन 900 डॉक्टर्स ने हिस्सा लिया. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का कार्यक्रम (AOICON 2022) में बतौर मुख्य अतिथि ऑनलाइन शामिल होना दर्शाता है कि वह राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने हेतु अति चितानशील हैं. उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित तमाम अतिथियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा, “वैश्विक महामारी में किये जा रहे ऐसे प्रयास सराहनीय हैं. और विश्वास जताया कि एनुअल कॉन्फ्रेंस का मूल उद्देश्य अवश्य फलीभूत होगा.
राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सेवा स्थापित करना सरकार की प्राथमिकता -मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री द्वारा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा गया कि झारखण्ड में अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, स्वास्थ्य शिक्षा स्थापित करने की दिशा में राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है. कुछ योजनाओं में सफलता मिली है और कुछ बेहतर कार्य योजना प्रस्तावित भी है. भविष्य में झारखण्ड स्वास्थ्य क्षेत्र में अलग पहचान बना सके, राज्य सरकार कार्य कर रही है. वैश्विक महामारी कोविड-19 के शुरुआती दौर से, सीमित संसाधनों के बीच सरकार इस क्षेत्र में आगे बढ़ी है. हौसलों और इरादों से ही जंग जीती जा सकती है.
परंतु वक़्त हमेशा अनुकूल नही होता. हमें व्यवस्था में परिवर्तन कर परिस्थिथि को सामान्य करने की आवश्यकता है. राज्य में 6 मेडिकल कॉलेज हैं. सभी कॉलेजों के कार्यरत होने के साथ निकट भविष्य में इन्हें नर्सिंग सेंटर बनाने की योजना पर सरकार कार्य रही है. स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े इन आधारभूत संरचनाओं के सुदृढ़ीकरण में भी तेजी से काम हो रहे हैं. यहां की युवतियों को विभिन्न संस्थाओं द्वारा बड़े पैमानेपर राज्य एवं देश के विभिन्न अस्पतालों में नियोजित कर रोजगार से जोड़ने का काम हुआ है. अब युवकों को भी नर्सिंग के क्षेत्र में मौका मिले इसकी तैयारी हो चुकी है. युवाओं को भी मेल नर्सेज के रूप में रोजगार उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है.
झारखण्ड के इंडस्ट्री पॉलिसी में भी स्वास्थ्य के क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाएं
मुख्यमंत्री – राज्य के नई इंडस्ट्री पॉलिसी में स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश हेतु, राज्य सरकार द्वारा निवेशकों के लिए बेहतर संभावना एवं माहौल मुहैया किया गया है. पॉलिसी के तहत स्वास्थ्य सेवा से जुड़े कई संस्थान झारखण्ड में निवेश करने को इच्छुक हैं. राज्य सरकार आप सभी डॉक्टर्स से स्वास्थ्य सेवा में बेहतर परिवर्तन को लेकर सुझाव की अपेक्षा रखती है. आपके बहुमूल्य सुझाव सरकार को कार्य योजना तैयार करने में सहायता कर सकती है. इस सम्मेलन में एकत्रित डॉक्टर द्वारा कई रिसर्च एवं जानकारियां एक दूसरे के बीच आदान-प्रदान की गई है. कई प्रजेंटशन भी सम्मेलन में रखी गई है.
कार्यक्रम के माध्यम से कई लोगों का सर्जरी एवं इलाज हुआ है. मुझे भरोसा है कि आने वाले समय में ईएनटी (ENT) डॉक्टर्स का यह सम्मेलन राज्य के लिए उपयोगी साबित होगा. वर्तमान में कोरोना संक्रमण फिर तेजी से बढ़ा है, नतीजतन कार्यक्रम में कई सशरीर उपस्थित नहीं हो पाए हैं. जीवन को सुरक्षित रखने में डॉक्टर की भूमिका हर काल में महत्वपूर्ण थी, है और रहेगी. इस वैश्विक महामारी में लोगों की जीवन रक्षा के दौरान ना जाने हमने कितने डॉक्टर एवं नर्सों को खोया. मैं उन सभी डॉक्टर, नर्स एवं स्वास्थ्य सेवा से जुड़े कर्मचारियों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.
सुदूर ग्रामीण इलाकों में भी स्वास्थ्य सेवा मजबूत करने की दिशा में हो रहे हैं कार्य
मुख्यमंत्री – ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा की मजबूतीकरण में हमारी सरकार राज्य की भौगोलिक वातावरण, रहन-सहन को ध्यान रखते हुए आगे बढ़ रही है. चूँकि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना हमारी प्राथमिकता है. मसलन, सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने हेतु सरकार कार्य योजना बनाई जा रही है. फिलहाल दो पहियों, एंबुलेंस, ममता वाहन एवं निजी वाहनों में उन तक स्वास्थ्य सेवा पहुँचाई जा रही है. आगे इसे कैसे बेहतर किया जा सकता है सरकार मंथन कर कार्य योजना बनाने का प्रयासरत है.
सरकार का प्रयास है कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाए. जिससे वे झाड़-फूंक जैसे अंधविश्वासी प्रथाओं और चुनौतियों से बाहर आयें. और बीमारी का सफल सरकारी व सस्ता इलाज करवा सके. आशा है कि हम अपने उद्देश्य में अवश्य सफल होंगे.