समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन में क्या हुआ, 15 दिन में रिपोर्ट दें

समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रखंड, अनुमंडल और जिला स्तर पर अस्पतालों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करें, एएनएम और जेएनएम के लिए युवा भी आगे आएं 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कहा व्यवस्था को व्यवस्थित करना सरकार की प्राथमिकता

झारखंड की हेमंत सरकार जैसे-जैसे कोरोना काल से उबार रही है वैसे-वैसे फॉर्म में आती दिख रही है। राज्य सरकार द्वारा साल के अंत में बुलाये गए समीक्षा बैठक में अपने पधिकारियो को दो टुक कहा – हम बेहतर सुविधा क्यों नहीं दे पा रहे, कहाँ चुक हो रही है, व्यवस्था जल्द व्यवस्थित हो। साथ ही यह भी आदेश दिया कि समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन में क्या हुआ, 15 दिन में रिपोर्ट दें।

श्री सोरेन ने समीक्षा के दौरान कहा कि करीब एक लाख कर्मचारी स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार के लिए काम कर रहें हैं। उनकी क्षमता का सही उपयोगकरते हुए राज्य के लोगों को बेहतर सुविधा मुहैया करवाएं। खुद के कार्यों से राज्य की जनता में भरोसा जगाएं।

मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश 

मुख्यमंत्री ने इस समीक्षा बैठक में राज्यवासियों के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में ठोस व्यवस्था को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि राज्य के 264 प्रखंड, 45 अनुमंडल और 24 जिला में चौबीसों घंटे सेवा प्रदान करने वाला संचालित अस्पतालों को आधुनिक सुविधाओं से जल्द सुसज्जित करें। कार्य को धरातल पर उतारने के लिए यथाशीघ्र कार्य शुरु किया जाए। इन अस्पतालों में आवश्यक मानव संसाधनों के लिए प्रस्ताव दें, जिससे चिकित्सकों, नर्सों, पारा मेडिकल स्टाफ समेत अन्य कर्मचारियों की कमी पूरी की जा सके। 

बेहतर प्रबंधन पर विशेष जोर देने का निर्देश देते हुए आगे कहा कि जो भवन प्रखंड, अनुमंडल और जिला में तैयार हैं या निर्माणाधीन हैं, उनका भी उपयोग इस कार्य में करें। नये स्वास्थ्य भवन बनाने की फिलहाल आवश्यकता नहीं। यदि कई भवन बनकर तैयार हैं, जो स्वास्थ्य विभाग के काम नहीं आ रहे। उसे जल्द कार्य के लिए तैयार किया जाए। सरकार उपयोगिता के आधार पर नये भवन निर्माण हेतु निर्णय लेगी। 

एएनएम और जेएनएम के लिए राज्य के युवक भी आएं आगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि एएनएम और जेएनएम के लिए राज्य के युवक भी आगे आएं। स्वास्थ्य विभाग को ऐसे युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए निर्देश दिया गया। इस क्षेत्र में सिर्फ महिलाएं ही नहीं युवाओं को भी इसकी पढ़ाई करनी चाहिए। युवाओं को रोजगार देने की दिशा में भी यह प्रयास सफल होगा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में ग्रामीणों के लिए ऐसे युवक वरदान साबित हो सकते हैं। 

सेल और एमजीएम जैसे अस्पताल का सुदृढ़ीकरण करें 

जमशेदपुर स्थित एमजीएम और बोकारो स्थित सेल के अस्पताल को दुरुस्त करने की दिशा में कार्य करने का निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिया है। एमजीएम अस्पताल के बेड, फर्श समेत अन्य जरूरी चीजों को बदल कर नया स्वरूप प्रदान करने को कहा गया है। बोकारो स्थित सेल अस्पताल के सुदृढ़ीकरण के लिए सेल चेयरमैन से बात कर कार्य प्रारम्भ करने का प्रयास होना चाहिए, जिससे आसपास से जिला के लोग लाभान्वित हो सकें। 

मेडिसिन प्लांट को संरक्षित करने का प्रयास करें

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में बने आयुष अस्पताल को प्रारम्भ करें। राज्य में पाये जाने वाले मेडिसिन प्लांट से संबंधित डॉक्यूमेंट जल्द तैयार हो। क्योंकि इन पौधों को जानने वाले लोगों की मृत्यु के उपरांत वह ज्ञान भी मर जाता है। इस क्षेत्र में विभाग को बेहतर कार्य करने की आवश्यकता है। 

मसलन, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की लोकतंत्र की नई परिभाषा में पहली बार राज्य में जनता के मुद्दों को जगह मिलती दिख रही है। वह भी ऐसे वक़्त में दिख रही जब जनता का विश्वास लोकतंत्र से उठता दिख रहा है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ऐसे सफर पर निकलते दीखते हैं जहाँ वह जनता के दिलों में फिर से सरकार के प्रति संविधान के आत्मा के अनुरूप विश्वास जागे। निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि नियति भी उसी का साथ देती है जिसके पास नियत हो।  

Leave a Comment