थाना प्रभारी का गुस्सा ऐसा भड़का की फोर्स बुला ग्रामीणों को जमकर पीटा

सिमराढाब की महिला मुखिया मुनावती बैठा, पूर्व मुखिया रामू बैठा, पवन राम, विजय बैठा, पवन बैठा व रोजगार सेवक मनोज रजक के घरों में पुलिस ने घुसकर मारपीट की। इससे घबराए लोग जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे। पूर्व मुखिया रामू बैठा ने थानेदार के सामने गांववालों के लिए हाथ जोड़कर माफी मांगी, तब थाना प्रभारी का गुस्सा शांत हुआ।

क्या है मामला

सिमराढाब गांव का भोला राय सब्जी लेने के लिए बाइक से प्रखंड मुख्यालय गया। पुलिस वाहन देखकर भोला राय वापस आने लगा। इतने में पुलिस की नजर उस पर पड़ी। पुलिस ने भोला राय का पीछा किया। सिमराढाब गांव में लगे बैरियर के पास भोला राय बाइक छोड़कर भागने लगा। वह मुखिया मुनावती बैठा के घर पहुंच गया। मुखिया घर के बगल में थीं, जहां डीलर चावल का वितरण कर रहा था। पुलिस उक्त जगह पर पहुंच कर भोला राय के संबंध में पूछताछ करने लगी। राशन लेने आए कार्डधारियों को भीड़ नहीं लगाने की बात पर फटकार लगाई।

कुछ देर बाद भारी संख्या में जवानों को लेकर थाना प्रभारी गांव पहुंचे और मारपीट शुरू कर दी। जान बचाकर लोग अगल-बगल के घरों में घुस गए। इसके बाद भी पुलिस का गुस्सा शांत नहीं हुआ। सिमराढाब की मुखिया मुनावती बैठा, पूर्व मुखिया रामू बैठा, रोजगार सेवक मनोज रजक, पवन राम, विजय बैठा व पवन बैठा के घरों में घुसकर मारपीट की। पुलिस के तेवर देख पूर्व मुखिया रामू बैठा ने थानेदार से हाथ जोड़कर माफी मांगी, तब थाना प्रभारी का गुस्सा शांत हुआ।

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