पूर्वघोषित निर्णयों में बदलाव कर सीएम ने ओलम्पिक में भाग लेने वाले झारखंडी खिलाड़ियों, सलीमा टेटे और निक्की प्रधान को दिया आर्थिक सम्मान, चारों तरफ हो रही है प्रशंसा
झारखण्ड में खेल को बढ़ावा देने की कोशिश, तो देश भर के खिलाड़ियों को राज्य में ट्रेनिंग लेने में कर रहे सहयोग
रांची. 15 अगस्त, देश 75वां स्वतंत्रता दिवस (Independence day ) मना रहा है. हर राज्य के मुख्यमंत्री अपने सरकार की उपलब्धियों को जनता के समक्ष रख रहे हैं. झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन भी ने उपलब्धियों को रखा. लेकिन हेमन्त सरकार के कुछ ज़मीनी निर्णय,जो पूरी तरह से झारखंडी जनता के हितों से जुड़ा है, बताना रह गया.
दरअसल, सीएम हेमन्त घोषणा से ज्यादा काम पर भरोसा करते देखे जा रहे हैं. यह निर्णय पूरी तरह से झारखण्ड के खिलाड़ियों के सम्मान से जुड़ा हैं. हेमन्त सोरेन राज्य खेलों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव कोशिश में लगे हैं. वहीं देश भर के खिलाड़ियो को झारखण्ड में प्रैक्टिस करने और कई खेलों का झारखण्ड में आयोजन कर रहे हैं, जो राज्य को एक अलग पहचान दिलायेगा.
निर्णय से अलग टोक्यो ओलम्पिक में भाग लेने वाले महिला खिलाड़ियों को किया गया सम्मानित

बता दें कि टोक्यों ओलम्पिक-2021 शुरू होने से पहले सीएम ने कहा था कि इस खेल में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक लाने वाले झारखण्ड के खिलाड़ियो को राज्य सरकार क्रमशः 2 करोड़, 1 करोड़ और 50 लाख रूपये की प्रोत्साहन राशि देगी. टोक्यो ओलम्पिक में झारखण्ड के दो महिला हॉकी खिलाड़ी निक्की प्रधान, सलीमा टेटे ने भाग लिया था. बेहतर प्रदर्शन करने के बाद भी ये खिलाड़ी पदक नहीं जीत सकी. लेकिन सीएम ने फैसले के विपरीत जाकर महिला हॉकी खिलाड़ियों को सम्मानित किया.
ज्ञात हो, मुख्यमंत्री ने दोनों खिलाड़ियों को न केवल 50-50 लाख रुपये का चेक सौंपा, बल्कि स्कूटी, लैपटॉप और स्मार्ट फोन भी दिये. साथ ही मुख्यमंत्री ने घोषणा किया कि इन दोनों खिलाड़ियों को उनकी इच्छानुसार, उनके मनपसंद शहर में राज्य सरकार मकान की सौगात देगी. हेमन्त सोरेन की इस पहल की राज्य भर में चारों तरफ प्रशंसा हो रही है.
विभिन्न खेलों के लिए रेसिडेंसियल सेंटर और डे बोर्डिंग खोलेगी सरकार, चोटिल होने पर सरकार उठाएगी सारा खर्च



स्वागत समारोह कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एक और बड़ी घोषणा की. जो खेल में भविष्य तलाश रहे खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करेगी. हेमन्त सोरेन ने कहा कि विभिन्न खेलों के लिए रेसिडेंसियल सेंटर और डे बोर्डिंग खोलने की दिशा में सरकार काम कर रही है. डे बोर्डिंग में प्रशिक्षण के लिए चयनित खिलाड़ियों को सरकार की ओर से प्रति दिन 500 रुपये दिये जाएंगे. उपरोक्त दोनों ही तरह के सेंटरों में खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने के लिए उत्कृष्ट कोच की व्यवस्था होगी. सीएम ने यह भी कहा कि खेल प्रतियोगिताओं के दौरान किन्हीं वजहों से चोटिल होने वाले खिलाड़ियों के इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाएगी. इस दिशा में खेल विभाग प्रावधान बना रही है.
राज्य को खेल के क्षेत्र में पहचान दिलाने के लिए सरकार प्रयासरत, महिला कैम्प का दो बार हुआ प्रशिक्षिण शिविर
खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के साथ खेल के क्षेत्र में राज्य को अलग पहचान दिलाने की दिशा में झारखण्ड सरकार लगातार प्रयासरत है. बीते साल कोरोना काल में अंडर-17 महिला विश्व कप के लिए भारतीय कैंप में शामिल झारखण्ड की 12 खिलाड़ी ने होटवार के बिरसा मुंडा स्टेडियम में अभ्यास की थी. मुख्यमंत्री के पहल पर इन खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की गयी थी.
फिर एक बार सीएम के प्रयासों से AFC women’s Championship 2022 फ्लैगशिप कॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप की तैयारी झारखण्ड में होगी. सीएम के प्रयासों से आगामी 16 अगस्त से जमशेदपुर में महिला नेशनल फुटबॉल टीम का शिविर लगेगा. 20 जनवरी से 6 फरवरी, 2022 तक होने वाले एशियाई कप की महिला फुटबॉल खिलाड़ी यहां तैयार होंगे. सीएम का मानना है कि राष्ट्रीय टीम का झारखण्ड में प्रवास से राज्य के फुटबॉल खिलाड़ियों में खेलने एवं आगे बढ़ने की इच्छाशक्ति बढ़ेगी.
हेमन्त सोरेन के प्रयासों से ‘हॉकी की नर्सरी’ नाम से विख्यात सिमडेगा में हुआ दो राष्ट्रीय आयोजन
झारखण्ड की पहचान बन चुकी हॉकी को बढ़ावा देने के लिए हेमन्त सरकार द्वारा विशेष प्रयास किये जा रहे हैं. ‘हॉकी की नर्सरी’ के नाम से विख्यात सिमडेगा जिला में 11 वीं हॉकी इंडिया नेशनल वूमेन सब जूनियर हॉकी प्रतियोगिता और 10वीं जूनियर राष्ट्रीय महिला हॉकी चैंपियनशिप का आयोजन मुख्यमंत्री के प्रयासों से ही संभव हुआ है. इसके अलावा सीएम ने घोषणा भी की है कि सिमडेगा में 18.5 करोड़ रुपए की लागत से अत्याधुनिक एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा, जहां हॉस्टल के अलावा वालीबॉल और बास्केटबॉल का भी कोर्ट होगा. इस प्रस्तावित एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम के प्रारूप का विमोचन भी मुख्यमंत्री कर चुके हैं.