झारखण्ड : पर्यटन नीति के अक्स में सरकार नेशनल ज्योग्राफिक इंडिया के मिलकर पोस्टकार्ड फ्रॉम झारखण्ड” के लेंस के माध्यम से झारखण्ड की समृद्ध छवि देश-दुनिया को दिखा रहा है. राज्य सरकार सभी प्रकृति प्रेमियों और अथितियों का झारखण्ड में स्वागत कर रही है.
रांची : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन झारखण्ड की अलग पहचान गढ़ने की दिशा बढ़ चले हैं. ऐसा पहली बार है जब कोई मुख्यमंत्री द्वारा राज्य का भविष्य खनन और उसके विसंगतियों से इतर पर्यटन में तलाशने का अनूठा प्रयास किया गया है. ज्ञात हो पर्यटन के दृष्टिकोण झारखण्ड के पास समृद्ध विरासत है. और राज्य के इस समृद्धि को मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में सरकार पर्यटन नीति के आसरे राज्य की प्राकृतिक विरासत नेशनल ज्योग्राफिक इंडिया के पोस्टकार्ड फ्रॉम झारखण्ड” के लेंस से, विश्वपटल पर लाने के प्रति संजीदा है.
राज्य की प्राकृतिक संपदा, परंपरा और संस्कृति की अविस्मरणीय झांकी को प्रस्तुत करने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा नई दिल्ली में 23 जुलाई 2022 को झारखण्ड पर्यटन नीति 2021 के शुभारंभ हुआ. साथ ही”पोस्टकार्ड फ्रॉम झारखण्ड” का प्रीमियर नेशनल ज्योग्राफिक चैनल इंडिया पर हुआ. ज्ञात हो, झारखण्ड पर्यटन नीति 2021 के लॉन्च इवेंट में आधिकारिक तौर पर कुछ माह पूर्व राज्य सरकार और नेशनल ज्योग्राफिक इंडिया के बीच संपन्न एमओयू (MoU) के तहत जारी किया गया.
मुख्यमत्री – झारखण्ड समृद्ध परम्परा, संस्कृति और प्रकृति के अनुपम सौन्दर्य की अमूल्य संपदा से भरा पूरा राज्य है. यहां प्राचीन मानव सभ्यता के प्रमाण भी मौजूद हैं. राज्य सरकार के सहयोग से नेशनल ज्योग्राफिक इंडिया ने झारखण्ड की कहानी को अपने लेंस के माध्यम से देश-दुनिया को दिखा रहा है. जमशेदपुर से ताल्लुक रखने वाली अभिनेत्री रसिका दुग्गल झारखण्ड को अनूठे ढंग से पेश कर रही हैं. राज्य सरकार सभी प्रकृति प्रेमियों और अथितियों का झारखण्ड में स्वागत करती है.
क्या है “पोस्टकार्ड फ्रॉम झारखण्ड”
नेशनल ज्योग्राफिक इंडिया पोस्टकार्ड ऑफ झारखण्ड के माध्यम से मैकलुस्कीगंज, नकटा पहाड़, नेतरहाट, दलमा पहाड़ियों की आकर्षक श्रृंखला, लोध फॉल, हुंडरू फॉल, बेतला नेशनल पार्क से लेकर देवरी मंदिर, सूर्य मंदिर और बैद्यनाथ धाम जैसे मंदिरों की अद्भुत झांकी दिखाएगा. लुभावनी सिनेमैटोग्राफी में मनोरम, हरे-भरे जंगल, शानदार वन्य जीवन, हिल स्टेशन और दिल को छू लेने वाले रोमांच के साथ राज्य भर में मौजूद विभिन्न स्थलों की खोज करते हुए अपनी आध्यात्मिक और मनमोहक यात्रा प्रस्तुत करेगी.
फिल्म अभिनेत्री रसिका दर्शकों को झारखण्ड के आदिवासी नृत्य, सोहराई पेंटिंग, स्थानीय व्यंजनों और राज्य के स्थापत्य कला के साथ समृद्ध आदिवासी परंपराओं से परिचित कराएंगी. प्रागैतिहासिक पाषाण कला से लेकर शानदार मंदिरों और प्राचीन स्मारकों पर फिल्म के जरिए प्रकाश डाला जायेगा. अभिनेत्री रसिका कहती हैं, झारखण्ड हमेशा उसके दिल के करीब रहा है. नेशनल ज्योग्राफिक और झारखण्ड टूरिज्म ने उन्हें गृह राज्य के साथ जुड़ने का मौका दिया है.