झारखण्ड : खेल-खिलाड़ी को तरजीह, पंचायत-विधानसभा तक में बनेंगे स्टेडियम, राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिताओं का निरंतर आयोजन 

झारखण्ड : सीएम हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में बुनियादी स्तर पर सहेजे जा रहे हैं खेल व खिलाड़ी. पंचायत से विधानसभा क्षेत्र तक में बन रहे हैं स्टेडियम. निरंतर आयोजित हो रहे है राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगितायें. पुरुषवादी सामाज के बंधन तोड़ महिला खिलाड़ी छू रहीं है आसमान, गौरवान्वित हो रहा है भारत.

रांची : अंतर्राष्ट्रीय पटल पर अपने प्रदर्शन से हमेशा झारखण्ड के खिलाड़ियों ने, विशेषकर महिला खिलाड़ियों ने अपने हुनर का लोहा मनवाया है. न केवल देश-दुनिया में पहचान बनाई है, देश को गौरवान्वित होने के कई सुखद पल भी दीए हैं. लेकिन, विडंबना रही कि पूर्व सत्ताओं के नीतियों के अक्स में प्रदेश के ऐसे प्रतिभवान खिलाड़ी संसाधन, भोजन जैसे निम्न जरुरत, सरकारी मदद से वंचित रहे हैं. नतीजन, मुफलिसी में वह तमाम प्रतिभा पेट भरने के जुगाड़ में ईंट भट्टे, सब्जी मंदी, दिहाड़ी मजदूरी आदि के रूप में गम होने को विवश हुए हैं. 

लेकिन, मौजूदा हेमन्त सरकार ऐसे प्रतिभावान खिलाड़ियों को बेहतर प्लेटफार्म उपलब्ध कराने हेतु स्पष्ट नीतियों के साथ आगे बढ़ी है. खेल-खिलाड़ी के हित में मुख्यमंत्री द्वारा नई खेल नीति धरातल पर उतारा गया है. सरकार द्वारा इस नीति के माध्यम से, ग्रामीण क्षेत्रों तक के खिलाड़ियों की खेल प्रतिभा को बुनियादी स्तर पर तराशने का सराहनीय प्रयास किया जा रहा है. खेल को बढ़ावा देने के मद्देनजर सरकार पंचायत से लेकर विधानसभा क्षेत्र तक में स्टेडियम बनाने की तैयारी में है. पोटो हो खेल योजना के सकारात्मक परिणाम भी सरकार को हौसला दे रहे हैं.

झारखण्ड के प्रतिभावान खिलाड़ियों में कॉन्फिडेंस, आत्मविश्वास भरने हेतु, मुख्यमंत्री के प्रयासों से, राज्य में निरंतर राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगितायें आयोजित हो रही है. सिमेडगा में 2021 में हुए राष्ट्रीय खेल से लेकर राज्य में पहली बार झारखण्ड के सैफ अंडर 18 महिला फुटबॉल चैंपियनशिप की मेजबानी तक शामिल हैं. 

जमशेदपुर में हो रहा सैफ अंडर-18 महिला फुटबॉल प्रतियोगिता, पूरी तरह से निःशुल्क

प्रतिभवान खिलाड़ियों का दर्द ही है जो मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की अभिव्यक्ति में झलकता है. जिसके अक्स में राज्य में कोरोना काल की विपद परिस्थियों से लेकर अभी तक कई राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगितायें आयोजित हुई. इसमें सिमडेगा में 11वीं जूनियर राष्ट्रीय महिला चैंपियनशिप, 11वीं हॉकी इंडिया राष्ट्रीय महिला सब जूनियर हॉकी प्रतियोगिता आयोजित हुई. अब राज्य गठन के बाद पहली बार झारखण्ड में आयोजित हो रहे सैफ अंडर 18 महिला फुटबॉल चैंपियनशिप शामिल है.

ज्ञात हो, सैफ अंडर- 18 महिला फुटबॉल चैंपियनशिप को निःशुल्क रखा गया है. उद्देश्य प्रदेश की अधिकाँश जनता मैच देख सके और महान प्रयास में बराबर भागीदार बन सकें. 15 से 25 मार्च तक आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता में भारत, नेपाल व बांग्लादेश जैसे देशों के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. यह प्रतियोगिता राज्य सरकार, राष्ट्रीय फुटबॉल फेडरेशन और टाटा स्टील के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित हो रही है. सैफ अंडर-18 महिला फुटबॉल प्रतियोगिता में भारतीय टीम में झारखण्ड की 6 खिलाड़ी अमीषा बाखला, अस्तम उरांव, सुनीता मुंडा, अनिता कुमारी, नीतू लिंडा और पूर्णिमा कुमारी शामिल है.

पंचायत से लेकर विधानसभा तक हेमन्त सरकार बनाएगी स्टेडियम और खेल का मैदान

राज्य में खेल को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में फैसला लिया गया है कि राज्य सरकार हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक स्टेडियम बनाएगी. सभी विधायक अपने क्षेत्र में एक-एक स्टेडियम की अनुशंसा कर सकेंगे. चलते बजट सत्र 2022-23 में पर्यटन व खेल मंत्री हफीजुल हसन ने इसकी घोषणा की है. विधानसभा के अलावा हेमन्त सरकार ने पहले ही पंचायत स्तर पर खेल का मैदान बनाने की घोषणा की है. इसके लिए वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना शुरू हुआ है. इसके तहत सरकार खिलाड़ियों में छिपी प्रतिभा निखारने और राज्य की जनता को स्वास्थ्य लाभ देने का प्रयास है.

फुटबॉल, हॉकी, एथलेटिक्स व वॉलीबॉल को बढ़ावा देने हेतु सहाय योजना हुआ लांच

राज्य में खेल के विकास के लिए हेमन्त सरकार में ‘सहाय’ योजना की शुरुआत हुई है. इस योजना के तहत फुटबॉल, हॉकी, एथलेटिक्स और वॉलीबॉल को बढ़ावा देने का सराहनीय प्रयास हुआ है. मुख्यमंत्री ने योजना के लांच के दौरान ही कहा था कि सरकार का प्रयास है कि राज्य के नौजवान वर्ग एवं छात्र-छात्राएं, राज्य की पीढ़ी तंदुरुस्त हो और खेल के माध्यम से अपना कैरियर बना सकेंगे तथा राज्य व देश का नाम विश्व में रोशन कर सकेंगे.

प्रैक्टिस के लिए खेल विभाग दे रहा नयी हॉकी स्टिक, 22 करोड़ में एस्ट्रोटर्फ हॉकी ग्राउंड

हॉकी की महिला खिलाड़ी खेल में बेहतर प्रतिभा दिखा पाये, इसके लिए खेल विभाग द्वारा अच्छी प्रैक्टिस के लिए कैंप में शामिल खिलाड़ियों को नयी हॉकी स्टिक देने की योजना बनायी गयी है. इसके अलावा खेल विभगा करीब 22 करोड़ खर्च कर सिमडेगा में एक और एस्ट्रो टर्फ हॉकी ग्राउंड तैयार करा रहा है. 

खेल नीति से पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन और स्पोर्ट्स टूरिज्म को बढ़ावा. 

विभिन्न खिलाड़ियों को बढ़ावा देने, खेल को आकर्षक और कैरियर विकल्प बनाने के लिए खेल नीति तैयार की गयी है. नीति के तहत बनाये ठोस कार्ययोजना में खिलाड़ियों का डेटाबेस तैयार कर अंतराष्ट्रीय क्षमता मानक के साथ सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. इसके अलावा देशज और पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन देने के साथ स्पोर्ट्स टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा.

प्रतिभा को निखारने के लिए हेमन्त सरकार ने खोले खजाने के द्वार

खेलों के प्रति ठोस नीति का नतीजा है कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश की खिलाड़ियों की प्रतिभा को आगे बढ़ाने के लिए खजाने का द्वार खोल दिया है. सरकार ने फैसला लिया है कि ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने पर राज्य के खिलाड़ियों को 2 करोड़, सिल्वर पर 1 करोड़ तथा कांस्य पदक जीतने वाले 75 लाख रुपये दिए जाएंगे.

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