देश के लिए एक मिशाल बनेगा हेमन्त सरकार की यूनिवर्सल पेंशन स्कीम योजना, झारखण्ड में पहली बार पत्रकार, पारा शिक्षक और मनरेगा मजदूर का होगा बीमा
मुख्यमंत्री के एक छोटे प्रयास से झारखण्ड में गरीब, वंचित, एसटी-एससी वर्गों का जीवन हुआ खुशहाल
रांची : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन मानते हैं कि राज्य के गरीब, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति वर्गों के भविष्य के लिए सामाजिक सुरक्षा जरूरी है. यहीं कारण है कि उनके कार्यकाल में सामाजिक सुरक्षा को न केवल प्राथमिकता वाले कार्यों में शामिल किया गया हैं, सामाजिक सुरक्षा के दायरे को भी बढ़ाया जा रहा है. मुख्यमंत्री के प्रयास से राज्य के हर तबकों को बीमा और पेंशन योजनाओं का लाभ मिल रहा है. बीते दिनों सीएम ने देश के समक्ष यूनिवर्सल पेंशन स्कीम जैसी योजना की शुरूआत की. जो पूरे देश के लिए एक मिशाल बनी. इसी तरह झारखण्ड पहला राज्य बना जो पत्रकार, पारा शिक्षक और मनरेगा मजदूरों के लिए बीमा कराने की पहल हुई है.
पेंशन का लाभ लेने के लिए एपीएल और बीपीएल की बाध्यता हुई खत्म
राज्य में पहली बार सामाजिक सुरक्षा के दायरे को बढ़ाते हुए संचालित पेंशन योजनाओं में एपीएल और बीपीएल कार्ड की बाध्यता समाप्त कर दी गयी है. और योजना को नाम दिया गया है, “यूनिवर्सल पेंशन योजना”. योजना के तहत अब 60 वर्ष से अधिक आयु वाले हर वर्ग के बुजुर्ग और निराश्रित इस पेंशन स्कीम के दायरे में आएंगे. योजना के तहत राज्य सरकार हर लाभार्थियों को 1000 रुपये की पेंशन महीने की 5 तारीख को प्रतिमाह उनके बैंक खाते में डालेगी. बता दें कि राज्य सरकार ने यूनिवर्सल पेंशन योजना के तहत 100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. ये योजना 15 नवंबर से लागू की गई है.
झारखण्ड में अब पत्रकारों का होगा 5 लाख रुपये का बीमा
झारखंड के पत्रकारों को भी हेमन्त सरकार स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ देगी. इसके लिए झारखंड राज्य पत्रकार स्वास्थ्य बीमा योजना नियमावली-2021 प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी है. ग्रुप बीमा के रूप में लागू होने वाली यह योजना 5 लाख रुपये तक की होगी. इसके अतिरिक्त बीमाधारक मीडियाकर्मियों का व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा 5 लाख रुपये का होगा. इसके अतिरिक्त मीडियाकर्मियों के आश्रितों एवं सभी बीमितों को ग्रुप मेडिक्लेम के तहत 5 लाख रुपये तक के चिकित्सा खर्च की सुविधा प्रदान की जाएगी.
मनरेगा मजदूरों और पारिवारिक सदस्यों का किया जाएगा बीमा
राज्य के मनरेगा मजदूरों को अब रोजगार के साथ-साथ विभिन्न बीमा और पेंशन संबंधी योजनाओं का भी लाभ मिलेगा. ग्रामीण विकास विभाग ने सभी उपायुक्तों को निर्देश दिया है कि सभी मनरेगा मजदूरों और उनके परिवार को आर्थिक रूप से सुदृढ़ करने के लिए उन्हें केंद्र सरकार की पेंशन तथा बीमा योजनाओं से जोड़ने के लिए अभियान चलाया जाए. लिये फैसले के तहत मनरेगा मजदूरों को अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना से जोड़ने का काम किया जाएगा.
पारा शिक्षकों का होगा 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा
हेमन्त सरकार अब राज्य के 66,000 पारा शिक्षकों को स्वास्थ्य बीमा भी देगी. समग्र शिक्षा अभियान के तहत कार्यरत इन पारा शिक्षकों का 5 लाख रुपये तक का सामूहिक व स्वास्थ्य बीमा किया जाएगा. बीमा होने से सभी पारा शिक्षकों को रिटायरमेंट बेनिफिट की भी सुविधा मिलेगी. इसके अलावा ब्लॉक रिसोर्स पर्सन (बीआरपी) और क्लस्टर रिसोर्स पर्सन (सीआरपी) तथा कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों एवं अन्य कर्मियों का भी सामूहिक व स्वास्थ्य बीमा कराया जाएगा.
यह बीमा भी 5 लाख रुपये तक की होगी. सामूहिक बीमा का लाभ दुर्घटना के अलावा सांप काटने की स्थिति में भी मिलेगा. दुर्घटना या चिकित्सा को लेकर अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में अवैतनिक अवकाश रहने पर प्रतिदिन 500 रुपये का भी भुगतान बीमा कंपनी करेगी.