“हर घर तिरंगा” : झंडा निर्माण में ग्रामीण महिला समूह-सहिया भागीदार हो -हेमन्त सोरेन 

झारखण्ड : महिला सशक्तिकरण की दिशा में हेमन्त सरकार में पर्याप्त संजीदगी दिखती है. डॉ महुआ मांझी ने राज्यसभा सांसद पद की शपथ ली. “हर घर तिरंगा” कार्यक्रम बैठक में सीएम ने सुझाव दिया -झंडा बनाने के काम में ग्रामीण महिला समूह-सहिया की भागीदारी हो.

रांची : मौजूदा हेमन्त सरकार की नीतियों के कैनवास में, झारखण्ड में महिला सशक्तिकरण बड़ी रेखाएं खिंची जा रही है. महिलाओं को अभिशप्त जीवन से मुक्त कर सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक शैक्षणिक, न्याययिक जैसे कई प्रक्षेत्रों में मदद पहुँचा प्रेरित किया जा रहा है. संक्षेप में कहें तो, घरेलू और शिक्षा सम्बन्धी कार्यों को व्यक्तिगत गृहस्थी के दायरे से समाज के दायरे में स्थानान्तरित कर संविधान के शर्तों को पूरा करने की दिशा में हेमन्त सरकार ने पर्याप्त संजीदगी दिखाई है. ज्ञात हो, इस कड़ी अब महुआ मांझी तथ्य की स्पष्ट उदाहरण बनी है, उन्होंने 18 जुलाई को झारखण्ड राज्यसभा सांसद के पद की शपथ ली है.

ज्ञात हो, देश में आजादी के 75वें वर्षगांठ को मानने की तैयारी 3 से 15 अगस्त तक”हर-घर तिरंगा” कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. कार्यक्रम के माध्यम से भारतियों के बीच देश के  प्रति गौरव, स्वाभिमान और देशभक्ति के भाव जगाने का प्रयास है. हर घर तिरंगा” कार्यक्रम के मद्देनज़र केंद्रीय गृह मंत्री ने किया सभी राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक। की है. इस दौरान भी झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का वक्तव्य महिला सशक्तिकरण की वकालत करती दिखी.

ग्रामीण महिला समूह, सहिया की भागीदारी से बने झंडा : हेमन्त सोरेन 

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने सुझाव दिया कि इस कार्यक्रम के लिए भारत सरकार से झंडा की उपलब्धता हेतु पत्र भेजे जाएंगे. इस कार्यक्रम से आम लोगों को जोड़ने के लिए ग्रामीण स्तर की महिला समूह, सहिया की भागीदारी कराई जाए, उन्हें भी झंडा बनाने के काम मे जोड़ा जाए. जिससे गाँव स्तर पर लोगों को इसकी जानकारी और बृहत स्तर पर मिल सकेगी. मसलन, मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की मंशा स्पष्ट है कि देश में हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित हो.

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