40वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला का समापन. व्यापार मेला में फोकस स्टेट की श्रेणी में झारखण्ड पवेलियन को मिला स्वर्ण पदक.
नई दिल्ली : झारखण्ड की मौजूदा हेमन्त सत्ता में राज्य को कई सुखद पल मिल रहे हैं. जिसके अक्स में झारखंडवासियों को गर्व महसूस कराया है. इसी सत्ता में झारखण्ड ने पहले पायदान पर खड़ा हो ऑक्सीजन उत्पादन के मामले में देश को महामारी काल में संकट से उबारने में सराहनीय योगदान दिया. ज्ञात हो, देश के सबसे बड़ा व्यापार मेला, भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला का समापन हो गया है. जिसमे झारखंड ने आत्मविश्वास के साथा बढ़-चढ़ का हिस्सा लिया. झारखंड की नेक नियत से की गयी मेहनत रंग लाई है. मेले के समापन के अवसर पर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी द्वारा झारखण्ड पवेलियन को फोकस स्टेट श्रेणी में स्वर्ण पदक और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया.
पदक और प्रशस्ति पत्र झारखण्ड पवेलियन की तरफ से पवेलियन निदेशक राजेंद्र प्रसाद द्वारा ग्रहण किया गया. इस अवसर पर झारखण्ड के तरफ से उन्होंने कहा कि झारखण्ड उद्योग विभाग द्वारा लगाया गया यह मंडप राज्य के विभिन्न विभागों और वहां के शिल्पकारों, कारीगरों और व्यवसायियों के लिए विश्व स्तर का पटल है. झारखण्ड पवेलियन की ओर से हम इस पदक के लिए इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गनाइज़ेशन के आभारी हैं. विकास के मद्देनजर यह पदक झारखंड के मनोबल के लिए काफी अहम है.
निदेशक राजेंद्र प्रसाद ने बताया की इस वर्ष पवेलियन में लगभग 42 स्टालें लगाई गईं थीं. जिन्हें झारखण्ड उद्योग विभाग ने पवेलियन में आने के लिए प्रशस्ति पत्र दिया. उसमें झारखण्ड के खान एवं भूतत्व विज्ञान विभाग को प्रथम, वन पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन को द्वितीय और रांची स्मार्ट सिटी को तृतीय स्थान दिया गया. इस वर्ष मेले में झारखण्ड के स्टॉलों पर लगभग 20 लाख की बिक्री हुई है. आशा है कि अगले साल मेले में प्रदेश और अच्छे संग्रह लेकर आएगा.