रांची हिसा : CM शान्ति-राहत कार्य को दे रहे प्राथमिकता, दे सकते है कमिटी गठन का आदेश

रांची हिसा मामले में मुख्यमंत्री धीरता का परिचय देते हुए पहले शान्ति, जन रक्षा व राहत कार्य को दे रहे है प्राथमिकता. आला अधिकारियों से लगातार कर रहे हैं मीटिंग. जल्द ही मामले में जांच हेतु दे सकते हैं विशेष कमेटी गठन का आदेश. आ सकता है वास्तविकता सामने… 

रांची : राजधानी रांची हिसा – मेन रोड में हुई दुर्घटना को जहाँ एक तरफ राजनीतिक और समाजिक संगठनों से जुड़े लोग दुर्भाग्यपूर्ण बता रहे हैं, वहीँ बाबूलाल मरांडी व दीपक प्रकाशा के बयान न केवल भाजपा की मंशा जाहिर करती है, मामले में सुनियोजित शाजिस होने के तरफ इशारा करती है. हालांकि, नुपुर मामले के बाद मौजूदा दौर में भारत समझता है कि देश में ऐसी हिंसा से किस राजनीतिक दल , किस आइडियोलॉजी को लाभ मिल सकता है. बहरहाल यह विषय निष्पक्ष जांच का विषय है. लेकिन मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन द्वारा एक बार फिर मामले में धीरता का परिचय दिया गया है. और पहले क्षेत्र में शान्ति व्यवस्था और जन रक्षा को प्रमुखता दिया गया है  

झारखण्ड की राजधानी हिंसक घटना में घायल हुए 12 लोगों को रिम्स के इमरजेंसी शाखा में लाया गया. रिम्स के इमरजेंसी शाखा में करीब शाम चार बजे से ही घायलों को लाया जाने लगा था. सूचना मिलते ही सर्जरी, हड्डी, मेडिसिन, न्यूरो के सीनियर डॉक्टर वहां तत्काल पहुंच चुक थे. और सीनियर जूनियर डॉक्टरों एक साथ इलाज प्रक्रिया शुरू हुआ. रिम्स में घायलों के इलाज होने की सूचना पाकर परिजन बदहवासी स्थिति में दिखे. मुख्यमंत्री द्वारा घायलों की वर्तमान स्थिति की जानकारी हर पल ली जा रही और बेहतर इलाज का निर्देश दिया जा रहा है.

रांची हिसा : राँची में इंटरनेट सेवाओं पर लगाई गई रोक – जांच हेतु मिल सकता है कमेटी गठन का आदेश

मुख्यमंत्री के निर्देश में राजधानी में तनावपूर्ण स्थिति को संभालने हेतु गृह विभाग द्वारा राजधानी रांची क्षेत्र में सभी तरह की इंटरनेट सेवाओं पर अस्थायी रोक लगा दी गई है. रांची पुलिस द्वारा की रांची की जनता से अपील की गई है कि वह शांति बनाए रखें. वह किसी भी तरह की अफवाहों पर विश्वास न करें. साथ ही किसी भी तरह की अफवाह को फैलाने से बचें. बिना जिला प्रशासन रांची की पुष्टि के किसी भी खबर पर विश्वास न करें. एक जिम्मेदार नागरिक होने का परिचय देंते हुए अमन और शान्ति कायम रखने में जिला प्रशासन रांची ने सहयोग मागा है. साथ ही किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि की सूचना नजदीकी थाना को अवश्य देने की गुजारिश की गई है.

जिला प्रशासन द्वारा मेन रोड में सुजाता चौक से फिरायालाल चौक तक और सड़क की दोनों ओर 500 मीटर की दूरी तक धारा 144 (निषेधाज्ञा) लगा दी गई है. इस क्षेत्र में पांच या पांच से अधिक व्यक्तियों के एक साथ जमा होने पर पाबंदी लगायी गयी है. पूरी स्थिति पर प्रशासन नजर बनाए हुए है. प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री आला अधिकारियों से मामले के सम्बन्ध में बात हो रही है. जल्द ही मामले के आलोक में विशेष जांच कमेटी का गठन किया जा सकता है. और वास्तविकता सामने आ सकता है. स्थिति संभलते ही पीड़ितों को सरकारी मदद हेतु घोषणा कर सकते है.

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