हेमन्त सत्ता में नौकरियों की बहार -शिक्षकों व प. सचिव को इसी माह मिलेगा नियुक्ति पत्र  

झारखण्ड : सीएम हेमन्त के शासन में आई नियुक्तियों की बहार -19 मई को 9200 शिक्षकों को तो 24 मई को 1633 पंचायत सचिवों को सीएम अपने हाथों से नियुक्ति पत्र दे पूर्व के बीजेपी सरकार के धोयंगे पाप.

रांची : झारखण्ड में सरकार गठन के साथ ही बतौर सीएम हेमन्त सोरेन का सफ़र कठिन रहा है. एक तरफ खाली खजाना, गरीबी, पलायन, बेरोजगारी, अशिक्षा, चिकित्सा, मानवतस्करी जैसी कई समस्याएं पूर्व की बीजेपी सत्ता से विरासत में मिली. तो वहीं प्रकृतिक भी कोरोना संक्रमण जैसे चुनौती के साथ सीएम का परीक्षा लेने को तैयार था. लेकिन एक झारखंडी का निश्चय पहाड़ की तरह अटल ही नहीं, नदी की तरह निश्छल भी होता है. ये दोनों रूप सीएम के कार्य काल में दिखे हैं. 

हेमन्त सत्ता में नौकरियों की बहार -शिक्षकों व प. सचिव को इसी माह मिलेगा नियुक्ति पत्र

ज्ञात हो कोरोना के कठिन दौर को पार करते हुए सीएम ने न केवल अपने लोगों को झारखण्ड लाये, कई ऐसी योजनायें धरातल पर उतारे जिसके अक्स में झारखण्ड में पलायन कमा और आत्मनिर्भरता भी बढ़ा है. यही नहीं एक तरफ पारा शिक्षक, आंगनबाडी बहनों व राज्य के कर्मचारियों की समस्याएं का हल निकला. तो दूसरी तरफ राज्य को 80 उत्कृष्ट विद्यालय, स्टेडियम, पर्यटन स्पॉट, नियुक्ति, सरना, 1932, पिछड़ा आरक्षण के रूप में अनसुलझे समस्याओं के हल मिले.

विपक्षी साजिश के बावजूद झारखण्ड जी रहा नियुक्ति के सुखद एहसास 

लेकिन, यह भी सच है कि सामन्ती राजनीति को गरीब हित कार्य नहीं भाता. क्योंकि उसका सरपरस्त उसके ही चहेते पूँजीपति होते हैं. मसलन, धनबल के आड़ में वह राजनीति हेमन्त सोरेन जैसे लोकतंत्र के नायक के जनहित में बढ़ते कदम को रोकने का भरपूर प्रयास करता है. यह झारखण्ड में सीएम सोरेन के साथ भी होता देखा जा रहा है. लेकिन, इसके बावजूद भी सीएम के न रुकने वाले क़दमों ने राज्य में नियुक्तियों की सौगात दी है.

ज्ञात हो, हेमन्त शासन में मूलवासियों के लिए बनी नियोजन नीति को विपक्ष के द्वारा रद्द कराने के बावजूद झारखण्ड नियुक्ति के सुखद एहसास को जी रहा है. सीजीटीटीसीई – 2016 के चयनित अभ्यर्थियों को दो चरणों में नियुक्ति दे पूर्व के बीजेपी सरकार के पाप सीएम धोयेंगे. पहले चरण में सीएम 19 मई को 3200 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देंगे, तो वहीं शेष 6 हजार शिक्षकों को जून में. पंचायत सचिव पद पर चयनित 1633 अभ्यर्थियों को 24 मई को नियुक्ति पत्र मिलेगा.

मसलन, तमाम परिस्थतियों के मद्देनजर कहा जा सकता है कि चुनौतियों के अक्स में सीएम सोरेन की गति धीमी जरुर दिख सकती है. लेकिन तमाम कदम झारखण्ड के विकास में मजबूत नीव जरुर रखता है. यदि जनता को धैर्य रखने के बदले हर स्तर पर बेहतर व स्थाई रिटर्न मिल रहा है तो निश्चित रूप से यह न केवल झारखण्ड के लिए बेहतर खबर है. बल्कि ऐतिहासिक झारखण्ड के अक्स में भविष्य के आधुनिक झारखण्ड की स्पष्ट छवि भी है.

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