झारखण्ड : सीएम हेमन्त सोरेन ने मेडिको सिटी से सम्बंधित प्रेजेंटेशन देखा. ज़मीन, कॉमन यूटिलिटी सर्विस, सेंट्रलाइज्ड एंबुलेंस सेवा समेंत कई अहम निर्देश दिए. यह कैंपस 7500 प्रत्यक्ष व 22,500 लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार देगा.
रांची : सीएम हेमन्त सोरेन राज्य की चिकित्सा व्यवस्था को आधुनिक, सरल व सुलभ बनाने में गम्भीरता से कार्य करते देखे जा रहे हैं. झारखण्ड मेडिको सिटी इसका स्पष्ट उदाहरण है. इस मेडिको सिटी के कैम्पस में सभी प्रकार का इलाज़ संभव होगा. राज्य के लोगों को बेहतर इलाज़ के लिए अन्य राज्यों में भटकना नहीं पडेगा. साथ ही यह मेडिको सिटी कैंपस अन्य राज्यों को भी बेहतर इलाज़ मुहैया कराने में सक्षम होगा. जिससे राज्य को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार भी प्राप्त हो सकेगा.
इसके निर्माण को लेकर सीएम ने अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की. उन्होंने मेडिको सिटी की कंसल्टेंसी एजेंसी अर्नेस्ट एंड यंग का प्रेजेंटेशन देखा और अहम निर्देश भी दिए. सीएम का कहना कि रिनपास, रांची की जमीन पर पीपीपी मॉडल पर मेडिको सिटी की स्थापना राज्य को नई दिशा देगी. ऐसे में विशेष तौर पर जमीन का उचित इस्तेमाल करते हुए निवेशकों को जरूरत के मुताबिक़ ही अस्पताल निर्माण के लिए जमीन दी जाए. ताकि पूर्व सरकारों की तरह ज़मीन लूट न हो सके.
कॉमन यूटिलिटी सर्विस तैयार करने में आधुनिक तकनीक का हो इस्तेमाल
झारखण्ड मेडिको सिटी परिसर में कॉमन यूटिलिटी सर्विस- बिजली, पेयजल, सड़क, ड्रेनेज, सीवरेज, स्ट्रीट लाइट्स, बायो मेडिकल वेस्ट के डिस्पोजल के लिए आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल हो. ताकि देश -दुनिया में इसे ख्याति मिल सकें. चूँकि इस कैंपस में कई सुपर स्पेशलिटी अस्पताल होंगे. ऐसे में सभी अस्पतालों के लिए अलग-अलग एंबुलेंस सेवा के बजाय सेंट्रलाइज्ड एंबुलेंस सेवा का सेटअप तैयार करें. ताकि, मरीजों को सरलता से संबंधित अस्पताल में एडमिट किया जा सके.
झारखण्ड मेडिको सिटी में मरीजों के सरल सुलभ इलाज़ को प्रमुखता
ज्ञात हो, झारखण्ड मेडिको सिटी में अस्पताल समेत अन्य चिकित्सीय संस्थान स्थापित करने हेतु कई बड़े निवेशकों ने इच्छा जताई है. यह झारखण्ड के स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए बेहतर भविष्य साबित होगा. मसलन, सभी इसके बेहतर संचालन में मरीजों के सरल सुलभ इलाज़ को प्रमुखता देने के निर्देश दिए गए है. इसके लिए प्रोफेशनल्स की सेवा लेने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं.
प्रस्तावित झारखण्ड मेडिको सिटी का स्वरूप
- रिनपास रांची कि लगभग 76.34 एकड़ जमीन पर झारखण्ड मेडिको सिटी हो रहा है विकसित.
- पीपीपी मोड पर स्थापित होने वाले मेडिको सिटी में लगभग 4 हज़ार से 5 हज़ार करोड़ रुपए का होगा निजी निवेश.
- झारखण्ड मेडिको सिटी में 10 से ज्यादातर मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनाए जाएंगे.
- यहां स्थापित सभी अस्पतालों में लगभग 5000 बेड की व्यवस्था होगी.
- झारखण्ड मेडिको सिटी 7500 प्रत्यक्ष और 22,500 अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार देने होगा सक्षम.
- झारखण्ड मेडिको सिटी के विभिन्न अस्पतालों में 1100 सौ से ज्यादा विशेषज्ञ चिकित्सक होंगे कार्यरत.
- राज्य सरकार को यहां से प्रतिवर्ष लगभग तीन हज़ार करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा.
- मेडिको सिटी में पहले चरण में कार्डियोलॉजी, न्यूरोसाइंस, ऑर्थोपेडिक्स, गैस्ट्रोलॉजी, ओपेथोमोलोजी, पल्मनोलॉजी, मैटरनल एंड चाइल्ड हेल्थ केयर, ऑर्गन ट्रांसप्लांट, नेफ्रोलॉजी तथा यूरोलॉजी से संबंधित मल्टी स्पेशलिटी सर्विस को प्रत्मिकता दी गई है.
- इमरजेंसी में मरीजों को एयर लिफ्ट करने के लिए यहाँ हेलीपैड की भी होगी व्यवस्था.
- मेडिकल मॉल एवं डायग्नोस्टिक सेंटर, फिजिकल थेरेपी एंड रिहैबिलिटेशन, होटल और सर्विस अपार्टमेंट की भी सुविधा झारखण्ड मेडिको सिटी में होगी.