हेमन्त सरकार में झारखण्ड जैसे आदिवासी-बहुजन-गरीब राज्य में शिक्षा जैसे मूल भूत अधिकार से जनता को जोड़ने का प्रयास युद्ध स्तर पर हो रहा है. दो महीने के भीतर 26000 शिक्षकों की बहाली के अलावे 86000 शिक्षक नियुक्ति प्रक्रियाधीन.
रांची : झारखण्ड जैसे आदिवासी-बहुजन-गरीब राज्य में, हेमन्त सरकार में शिक्षा जैसे मूल भूत अधिकार से जनता को जोड़ने का प्रयास युद्ध स्तर पर होता दिख रहा है. शिक्षामंत्री जगरनाथ महतो द्वारा कहा गया है कि राज्य में दो महीने के भीतर 26000 शिक्षकों की बहाली की होगी. साथ ही 86000 शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया शीघ्र शुरू होने वाली है. मसलन, हेमन्त शासन में न केवल शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्ता के उत्थान में कार्य हो रहा है, इस क्षेत्र के माध्यम से राज्य के बेरोजगार युवाओं को स्थायी नौकरी के मार्ग प्रशस्त कर, उसके भविष्य को सवारने का सराहनीय प्रयास होता धरातल पर स्पष्ट रूप से दिख रहा है.
ज्ञात हो, झारखण्ड में शिक्षा को बेहतर बनाने के प्रयास में स्कूल ड्रेस और स्कूल का रंग-रोगन किया गया है. और शिक्षक नियुक्ति जिसे प्रयास से जल्द ही शिक्षा की गुणवत्ता में भी बदला बदलाव होता दिखेगा. इस सम्बन्ध में शिक्षा मंत्री द्वारा कहा गया है कि वह पूरी ईमानदारी से जवाबदेही निभायेंगे. हेमन्त सरकार का मानना है कि बिना शिक्षा को धारदार बनाये न झारखण्ड जैसे गरीब राज्य की तस्वीर बदली जा सकती है. और ना ही राज्य के महापुरुषों के सपनों का झारखण्ड बनाया जा सकता है. झारखण्ड राज्य का सपना तभी पूरा होगा, जब राज्य के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलेगा. और झारखण्ड सरकार इसे बखूबी अंजाम देगी.
झारखण्ड राज्य में शिक्षकों का प्रवरण वेतनमान का संकल्प जारी
रांची. स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग की ओर से माध्यमिक विद्यालयों के स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों के प्रवरण वेतनमान में प्रोन्नति को लेकर संकल्प जारी किया गया है. इसे निर्गत तिथि 21 जून 2022 से प्रभावी बनाया गया है. विभागीय सचिव राजेश कुमार शर्मा के हस्ताक्षर से जारी संकल्प में कहा गया है कि स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों के प्रवरण वेतनमान में प्रोन्नति के लिए नियुक्ति के विषय में मान्यता प्राप्त संस्थान से स्नातकोत्तर उत्तीर्ण योग्यता धारण/प्राप्त करना अनिवार्य होगा.
सेवा काल में यदि उच्चतर योग्यता प्राप्त करते हैं, तो नियुक्ति पदाधिकारी की पूर्वानुमति से योग्यता प्राप्त करनेवाले को ही मान्यता दी जायेगी. प्रवरण वेतनमान में प्रोन्नति पर विचार करते समय देय तिथि से पांच वर्ष पूर्व के विहित प्रपत्र में वार्षिक गोपनीय चरित्री व स्वच्छता प्रमाणपत्र अनिवार्य रूप से देखा जायेगा. वेतनमान में प्रोन्नति के फलस्वरूप उक्त तिथि से वैचारिक लाभ दिया जायेगा. पदग्रहण करने की तिथि से आर्थिक लाभ दिया जायेगा. पूर्व की अवधि का वेतन निर्धारण के अतिरिक्त अन्य कोई वित्तीय लाभ अनुमान्य नहीं होगी.