विश्व आदिवासी दिवस 2021- बिरसा किसान के सम्मान में केसीसी एवं मुख्यमंत्री पशुधन वितरण

विश्व आदिवासी दिवस 2021 – मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज्य के बिरसा किसान पर की सौगातों की बरसात, 24 जिला, 264 प्रखंड में 2 लाख किसानों के बीच 734 करोड़ की परिसंपत्तियों का हुआ वितरण 

राज्य के किसानों को मिला सम्मान, अब बिरसा किसान के नाम से जाने जाएंगे

खेत किसानों का बैंक और पशुधन एटीएम

वनोपज को मिलेगा बढ़ावा, बाजार और उचित मूल्य की होगी व्यवस्था*

 हेमन्त सोरेन, मुख्यमंत्री

झारखण्ड: किसानों को मजबूत व स्वावलंबी बनाने के लिए हेमन्त सरकार निरंतर प्रयासरत है. सरकार गठन के बाद से ही मुख्यमंत्री द्वारा आगे बढ़कर राज्य के किसानों की आर्थिक मजबूती, उन्हें अपने पैरों में खड़ा करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है. चूँकि यहां के ग्रामीण मेहनती हैं. सरकार द्वारा केवल सही समय पर उचित मार्गदर्शन व सहायता उपलब्ध कराने भर से ही किसान आर्थिक स्वावलंबी बन सकेंगे. हेमन्त सरकार में आने वाले 25 वर्षों को ध्यान में रखते हुए कार्य योजनाओं को मूर्त रूप दिया जा रहा है. 

मुख्यमंत्री का मानना है कि राज्य के किसान मजबूत होंगे तो राज्य मजबूत होगा. विश्व आदिवासी दिवस 2021 को मुख्यमंत्री द्वारा राज्य भर के किसान को सम्मान दे कर मनाया गया. मुख्यमंत्री ने आयोजित कार्यक्रम में कहा कि झारखण्ड के किसानों को बिरसा किसान के नाम से जाना जाएगा. आजादी के पहले से ही हमारे पूर्वजों ने अपने आने वाली पीढ़ी को ध्यान में रखते हुए जल, जंगल, जमीन को बचाने के लिए संघर्ष किया था. भगवान बिरसा मुंडा, तिलका मांझी, सिदो कान्हो, चांद-भैरव, फूलो-झानो सहित अनेकों वीर सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति दी. 

बिरसा किसान
झारखण्ड मंत्रालय स्थित सभागार में आयोजित बिरसा किसान के सम्मान में केसीसी एवं मुख्यमंत्री पशुधन वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हेमन्त सोरेन

झारखण्ड वीरों की भूमि रही है. हमें गर्व है कि ऐसे वीर सपूतों का मार्गदर्शन हमें मिला है. झारखण्ड मंत्रालय स्थित सभागार में आयोजित बिरसा किसान के सम्मान में केसीसी एवं मुख्यमंत्री पशुधन वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही. 

वनोपज को मिलेगा बढ़ावा, बाजार और उचित मूल्य24 की होगी व्यवस्था 

मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पारंपारिक आय के साधनों में कमी आयी है. कमियों और खामियों की वजह से ग्रामीण किसान वनोपज जैसे आय के स्रोतों को धीरे-धीरे छोड़ते चले आए. लाह, सिल्क इत्यादि चीजों का उत्पादन झारखण्ड राज्य में सबसे अधिक होता है परंतु इन संपदाओं  का पूरा लाभ हमें नहीं मिल पाता है. हमारे किसान भाई मेहनत करते हैं और फल दूसरे लोग खा रहे हैं. प्रकृति ने हमें यहां के जंगलों में जो चीजें दी थी उससे किसान आर्थिक रूप से मजबूत रहे थे, परंतु समय के साथ-साथ चीजें बदलती गई और आज हम प्रकृति से मिले संसाधनों को आय का स्रोत नहीं बना पा रहे हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसलिए हमारी सरकार वनोपज की व्यवस्था दुरुस्त करने में लगी है. किसानों को वनोपज के लिए बाजार और उचित मूल्य उपलब्ध हो सके, इस निमित्त प्रतिबद्धता के साथ कार्य किए जा रहे हैं. जल्द ही वन उपज के विस्तार के लिए फेडरेशन बनाए जाएंगे.

खेत किसानों का बैंक और पशुपालन एटीएम 

मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के किसानों एवं खेतिहर मजदूरों के लिए खेत ही उनका बैंक और पशुधन ही एटीएम है. राज्य की आबादी का बड़ा हिस्सा जो किसान के रूप में है वे अपने खेती-बारी से ही जीवन यापन करते हैं. पशुपालन तथा पशुधन उनके लिए आय का सरल साधन है. ग्रामीण के लिए कुछ वर्ष पहले तक पशुधन ही पूंजी हुआ करती थी, परंतु धीरे-धीरे यह पूंजी विलुप्त होती चली गई. एक समय जब लोग गांवों में झुंड के झुंड जानवर लेकर चराने जाया करते थे, ऐसी तस्वीरें अब देखने को नहीं मिलती है. पशुधन जैसे आय के स्रोतों को बढ़ावा देने के लिए हमारी सरकार ने पशुपालन पर विशेष बल दिया है. ग्रामीण किसान एवं खेतिहर मजदूर भाईयों को सब्सिडियरी पर पशु एवं पशु शेड उपलब्ध कराए जा रहे हैं.

राज्य में लगभग 40% बच्चे जन्म लेते ही कुपोषण का शिकार हो जाते हैं. हमारी सरकार ने यह निर्णय लिया है कि सप्ताह में 6 दिन बच्चों को अण्डा उपलब्ध कराया जाए. राज्य को कुपोषण मुक्त करना हमारा संकल्प है. पशु पालन, मुर्गी पालन, अण्डा उत्पादन, मछली उत्पादन इत्यादि को सरकार बढ़ावा दे रही है. 

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ वर्ष पहले एक छोटे समय काल के लिए मुझे राज्य का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला था. उसी समय मैंने पौष्टिक आहार के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा स्कूलों में अंडा उपलब्ध कराने की शुरुआत की थी. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार इस सोच के साथ कार्य कर रही है कि लोग अपने घरों पर ही बच्चों को घर का अनाज तथा घर में उत्पादित अण्डे खिला पाएं. उन्होंने कहा कि हमारी सोच है कि हम किस तरह आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित कर सकें.

योजनाओं का लाभ अवश्य लें किसान 

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने उपस्थित किसानों से अपील की, कि वे राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का पूरा लाभ लें. राज्य के 2 लाख किसानों के बीच 734 करोड़ की योजनाओं का वितरण किया जा रहा है. किसान क्रेडिट कार्ड में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. पशुधन से किसानों को जोड़ा जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान एवं खेतिहर मजदूर भाईयों के हित को देखते हुए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं चलायी जा रही हैं. 

सरकार इन योजनाओं को शत प्रतिशत आपके बीच लागू कर सके, इस निमित्त रूपरेखा तैयार की गई है. सभी योजनाओं का समय-समय पर ऑडिट भी किया जाएगा ताकि पता चल सके कि योजनाएं आप तक पहुंच रही हैं अथवा नहीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति ने हमारे राज्य को खनिज संपदाओं के भंडार के रूप में हमें कई चीजें दी है. इन खनिज संपदाओं का सदुपयोग बेहतर तरीके से हो तो हमारे गरीब किसानों को आर्थिक मजबूत तथा स्वावलंबी बनाया जा सकेगा.

मुख्यमंत्री का विजन सराहनीय, हर सेक्टर में प्रतिबद्धता के साथ हो रहा है कार्य 

कृषि मंत्री श्री बादल पत्रलेख ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री सोरेन ने जब से राज्य की बागडोर संभाली है तब से प्रत्येक सेक्टर में प्रतिबद्धता के साथ कार्य हो रहे हैं. खास तौर पर कृषि विभाग पर मुख्यमंत्री की विशेष कृपा रही है. पहली बार मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य के किसानों के हित को देखते हुए दो हजार करोड़ रुपए की ऋण माफी की घोषणा हुई. वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के दौर में ऋण माफी करना तथा वैसे किसान जिनका ऋण माफी हुआ है उन्हें फिर ऋण देकर मजबूत करना सरकार की दूरदृष्टि को परिभाषित करता है.

कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य के विकास में कृषि कार्य एवं किसानों की भूमिका महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड एवं पशुधन सहित अन्य परिसंपत्तियों का वितरण राज्य के 24 जिला मुख्यालयों तथा 264 प्रखंड मुख्यालयों में किया जा रहा है. हमारी सरकार ने विश्व आदिवासी दिवस के दिन किसानों को सम्मानित करने का काम किया है. कृषि विभाग निरंतर राज्य के किसानों के आर्थिक स्वावलंबन और मजबूती के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य करती रहेगी.

विधायक बंधु तिर्की एवं विधायक समरीलाल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया तथा राज्य सरकार द्वारा विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर किसानों को सम्मानित किए जाने की प्रशंसा की. मुख्यमंत्री द्वारा झारखण्ड मंत्रालय में आयोजित कार्यक्रम में सांकेतिक तौर पर 20 लाभुक किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड, 10 किसानों को पशुधन तथा 2 सब्जी विक्रेता सहकारी संघ को पिकअप वैन का वितरण किया गया.

दुमका और बोकारो के किसानों से मुख्यमंत्री ने की बात 

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने वर्चुअल प्लेटफोर्म के माध्यम से बोकारो एवं दुमका के किसानों से बात की. मुख्यमंत्री ने किसानों से उनके फसल एवं कृषि गतिविधियों के संबंध में जानकारी ली तथा उन्हें शुभकामनाएं दीं. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, कृषि सचिव अबु बकर सिद्दीख, कृषि निदेशक श्रीमती निशा उरांव, पशुपालन निदेशक शशि प्रकाश झा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

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