पूर्व डीजीपी की पत्नी पूनम पांडेय व सम्बंधित मामले में शामिल अन्य लोगों के नाम से कांके अंचल की हस्तांतरित जमीन की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर झारखंड हाइकोर्ट में जनहित याचिका दायर है। यह जमीन 20 जून 2018 को ट्रांसफर हुई थी। प्रार्थी द्वारा इस मामले में मुख्य सचिव, सीबीआइ, डीजीपी, उपायुक्त, कांके अंचलाधिकारी व अन्य को प्रतिवादी बनाया गया है।
हालांकि, इस 50.90 डिसमिल गैरमजरूआ जमीन की रजिस्ट्री और म्यूटेशन के मामले में सरकारी जांच तो अभी पूरी नहीं हुई है, लेकिन राज्य की एक प्रमुख अखबार जब जमीन विक्रेता के घर पड़ताल करने पहुंची तो इसमें कई चौकाने वाले पेंच सामने आये। उसके घर वालों ने खुलासा किया कि पूर्व डीजीपी की पत्नी पूनम पांडेय को 38.81 लाख रुपए में ज़मीन बेचने वाला आमोद कुमार अपर बाजार में एक मसाले के स्टॉकिस्ट की दुकान में महज 10 हजार की नौकरी करता है।
आमोद कुमार एचईसी में कार्यरत अपने बड़े भाई के मिले क्वार्टर में ही किसी तरह गुजर बसर करता है। उसकी स्थिति यह है कि अपने नियोक्ता की दी हुई बाइक पर चलता है। रजिस्ट्री डीड के अनुसार बेची गई जमीन आमोद कुमार को अपने दादा से दान में मिली थी। लेकिन यह मूलत: बिहार का वासी हैं और उसके दादा कभी रांची नहीं आए हैं और उनकी कोई जमीन भी नहीं है। साथ ही कथित जमीन के एवज में 5 चेकों के जरिये जो रकम दिए गए हैं, वह भी आमोद के खाते में नहीं आए।
आमोद की मां ने बताया कि उसके दादा तो 1967 में बिहार में ही गुजर गए थे, रांची में तो उन्होंने कभी कोई जमीन ही नहीं खरीदी। ऐसे में बड़ा सवाल है कि चेक से दी गई राशि आखिर किसके एकाउंट में जमा हुई? एसबीआई, हटिया ब्रांच के मैनेजर ने भी इस संबंध में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया है। दिलचस्प बात यह है कि जिस दुकान में आमोद नौकरी करता है, डीड में वही गवाह भी है, लेकिन उसका कहना है कि मुझे इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं पता। मसलन, पूरे मामले को देखने से पता चलता है कि कुछ न कुछ तो गोल माल है।
किस चेक से कितने का भुगतान
बैंक | चेक संख्या | रकम | दिनांक |
एसबीआई, हटिया | 495040 | 8 लाख | 16 जून |
एसबीआई, हटिया | 495041 | 8 लाख | 16 जून |
एसबीआई, हटिया | 495042 | 8 लाख | 16 जून |
एसबीआई, हटिया | 495043 | 8 लाख | 16 जून |
एसबीआई, हटिया | 495044 | 6.5 लाख | 16 जून |