देश मैनेज कर के नहीं – आंतरिक संभावनाओं के उभार से विश्वगुरु बनेगा -सीएम सोरेन 

झारखण्ड :  सीएम सोरेन का कहना कि देश को मैनेज कर के नहीं बल्कि राज्यों के आंतरिक संभावनाओं को मजबूती देकर ही विश्वगुरु बनाया जा सकता है, राज्य के प्रति उनकी गंभीरता दर्शाता है.

रांची : झारखण्ड के युवाओं को तत्काल नौकरी पाने से रोकने के प्रयासों के अक्स में विपक्ष के शोर-शराबे के बीच भी सीएम सोरेन के प्रयासों से राज्य हित दो बड़ी ऐतिहासिक घटनाएं हुई. अलग राज्य गठन के बाद पहली बार लाह की खेती को कृषि का दर्जा मिला. जिसे राज्य को जंगलों का प्राकृत उपयोग करने के दिशा में सराहनीय पहल दिखी. और राज्य के वनों में बसने वाले लोगों को पहली बार विपक्ष के ज़मीन लूट व खनन लूट नीति से परे उसके विकास की नई उम्मीद दिखी. 

देश मैनेज कर के नहीं - आंतरिक संभावनाओं के उभार से विश्वगुरु बनेगा -सीएम सोरेन

वहीं दूसरी तरफ सीएम सोरेन राज्य की आंतरिक शक्ति आयुष प्रक्षेत्र को नया जीवन देने के प्रयास करते दिखे. ज्ञात हो, इस प्रक्षेत्र को जीवित करने के दिशा में महज चंद दिनों पहले हजारों की संख्या में आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति हुई. 300 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया गया जो कि पहले की 20 से 30 करोड़ रुपये बजट की हंसी-ठिठोली को गंभीरता प्रदान करती है. साथ ही इस दिशा में आयुस आंगनबाडी होमिओपैथिक किट जैसे पहल जनहित में इसके सदउपयोग को दर्शाता है. 

सीएम सोरेन का अपने संबोधन में व पत्रकारों से स्पष्ट लहजे कहना कि देश को मैनेज कर के विश्वगुरु नहीं बनाया जा सकता बल्कि राज्यों के आंतरिक संभावनाओं को मजबूती देकर बनाया जा सकता है, राज्य व देश के प्रति उनकी गंभीरता दर्शाता है. उनका प्रयास है कि वह राज्य के ज़मीनदोज किये गए तमाम प्रक्षेत्रों को ईमानदारी से मजबूती प्रदान करें. शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य सभी सेक्टर को धरातल पर मजबूती दे. तभी हमारा राज्य मजबूत होगा और हमारा देश विश्वगुरु बन सकेगा.

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