झारखण्ड : विपक्ष द्वारा उत्पन्न तमाम चुनौतियों के बावजूद सीएम सोरेन का जनता तक पहुँचने का प्रयास खतियानी जोहार यात्रा के रूप में जारी है. और सीएम के प्रयास को जनता से मिल रही सराहना ने केन्द्रीय सत्ता का सर दर्द बढ़ा दिया है.
रांची : दिसम्बर माह, हेमन्त सरकार के गठन माह से ही सीएम हेमन्त सोरेन स्वयं खतियानी जोहार यात्रा पर निकले हैं. इस कार्यक्रम के तहत सीएम जनता के बीच पहुँच उनकी समस्याएं व जन कल्याण में चल रही सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा भी कर रहे है. और जनता के दृष्टिकोण से योजनाओं के मजबूत पहलू व खामियों को नजदीक से समझ रहे हैं. ज्ञात हो, सीएम सोरेन के कार्यक्रम से लाखों गरीब-वंचित जुड़ रहे है. और उनके इस प्रयास को राज्य की जनता का भारी समर्थन मिला रहा है.
ज्ञात हो, केन्द्रीय ताक़तों के प्रभाव में राज्य के विपक्ष द्वारा सीएम के इस प्रयास में कई अड़चने में उतपन्न किए जा रहे हैं. गृहमंत्री का झारखण्ड दौरा भी इसी का हिस्सा भर माना जा रहा है. इसी बीच राज्य के विपक्ष द्वारा दो मूल परम्पराओं को आपस में लड़ा सरकार को उलझाने का राजनीतिक प्रयास हुआ. दूसरी तरफ राज्य के युवाओं को याके 1932 आधारित स्थानीयता, सरना कोड व आरक्षण बढौतरी जैसे मूल मूल लड़ाई से पृथक करने का षड्यंत्र भी दिखा.
17 जनवरी 2023 से सीएम पुनः खतियानी जोहार यात्रा
लेकिन, तमाम चुनौती के बीच भी सीएम का जनता तक पहुँचने का प्रयास विपक्ष नहीं रोक पाया है. ज्ञात हो, 17 जनवरी 2023 से सीएम पुनः खतियानी जोहार यात्रा है. 17 जनवरी -कोडरमा, 18 जनवरी – गिरिडीह, 23 जनवरी – सिमडेगा, 24 जनवरी -चाईबासा, 30 जनवरी -सरायकेला, 31 जनवरी – जमशेदपुर का दौरा करेंगे.
ज्ञात हो, सीएम सोरेन के प्रयासों को जनता द्वारा सराहा जाना और राज्य में जन मुद्दों से दूरी के अक्स बेअसर विपक्ष ने केन्द्रीय सत्ता का सरदर्द बढ़ा दिया है, नतीजतन,उसने झारखण्ड बीजेपी में बड़ा बदलाव करने जा रहा है. सूत्र से भी केंद्र के इस कदम के साफ़ संकेत दे रहा है.