बीजेपी अच्छा काम …रही है कहना भक्त पुत्र को भारी पड़ गया

भक्त पुत्र पर सामत आ गयी जब उसने कहा भाजपा अच्छा काम कर रही है

देश में अब कोई क्या कहे क्या सोचे, जहाँ एक तरफ 73 बरस का मतलब पांच पीढ़ियों का खपना है। वहीं 31 करोड की जनसंख्या से 130 करोड तक पहुँचना भी है। साथ ही 1947 के सामान भारत को गरीबी मुफलिसी, हाशिये पर ढकेल कर संसदीय लोकतंत्र के रहमो करम पर टिकाना भी है। एसे में इस पीडा, इस बेबसी में समाये भारत के भीतर अनभिज्ञ या आँख मूंद कर कौन से भारत को विकसित बनाया जा सकता था यह सवाल आज भारत की स्थिति देख कर समझा जा सकता है। 

मसलन, 2014 के बाद जिस तरह खुले तौर पर देश में जो सच उभरा उसने पहली बार साफ संकेत दिये कि लोगों की रजामंदी लोगों को खत्म किया जा सकता है। या फिर लोकतंत्र को धराशायी कर कर भी कहा जा सकता है कि लोकतंत्र को जिन्दा कर दिया है। क्योंकि देश में अब सिर्फ सडक पर बिलबिलाते समाज के अक्स को ही छाना जा सकता है। क्योंकि सत्ता लोकतंत्र के आबरू को मुट्ठी में कैद कर लोकतंत्र सत्ता के आगे नतमस्तक कर दिया है उसकी लाइव कमेन्ट्री एक विचित्र चित्रण समझा जा सकता है।

जो आया भक्त पुत्र पर अपनी भड़ास निकाली

एक भक्त पुत्र परिवार के साथ टीवी पर न्यूज़ देख रहा था, न्यूज़ देखते देखते बोला – “बीजेपी अच्छा काम कर रही है।”  बगल में उसके पिता जी शिक्षामित्र बैठे थे,  उठे, और दो थप्पड़ लड़के को रसीद कर दिए। बच्चा रोने लगा, आवाज़ सुनकर, चाचा जी अनुदेशक आये। घटने की जानकारी लेने के बाद बोले 17000 का आदेश के बावजूद उन्हें 7000 मिल रहा है, और तू गुणगान कर रहा है – 2 तमाचा कस के उन्होंने भी दे देये।

लड़का और तेज से रोने लगा, आवाज़ सुनकर मम्मी जी कस्तूरबा गांधी फुल टाइम टीचर, आयी। सारी बाते सुनी और गुस्सा होकर चार तमाचा लगाते हुए बोली ₹30000 मिलते थे, घटाकर 7000 सैलरी कर दी गयी है।

 तभी भैंस का दूध दुहने की बाल्टी लेकर दादी अम्मा आयी, सारी बात सुनी, और उन्होंने भी एक बाल्टी कसके लड़के को दे मारा, बोली पता है एक किलो, 2 किलो दूध बेचती हूँ, अब मुझे भी नामांकन, टैक्स आदि पचड़े में दाल दिया है। तभी शोरगुल सुनकर, शिक्षक भर्ती का दंश झेल रहे चाचा आ गए, बोले, दो साल से नौकरी का इंतजार कर रहा हूँ। अब पहले पेज पर पढ़ने को मिला, 5 साल संविदा, फिर स्थायी, और पीटना शुरू कर दिया ।

अभी उसकी पिटाई चल ही रही थी कि अध्यापक 51 वर्ष के  मामा जी आ गए बोले 50 पर रिटायर का आदेश आ गया है दो थप्पड़ लड़के अलग से सूद में मिल गया। लड़के ने हाथ जोड़ते हुए कहा मरते दम तक दोबारा, ऐसी गलती नही करूँगा फिर कभी बीजेपी अच्छा काम करने वाला नहीं कहूँगा। हालांकि, अभी रेलवे वाले ताऊजी और BSNL वाले फूफा जी का आना बाकी है

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