चैंपियन ऑफ चेंज अवार्ड-2019 से सम्मानित होंगे हेमंत सोरेन

चैंपियन ऑफ चेंज अवार्ड-2019 को हेमंत सोरेन ने राज्य की जनता को किया

झारखंड के मुख्यमंत्री को ट्विट कर भेजी गयी जानकारी कि रामगढ़ की महिलाएं आज भी नदी में गड्ढा खोद कर पानी निकालती हैं तो पीने और जीने का जुगाड़ हो पाता है। साथ ही इसी प्रकार की जानकारी कोडरमा से भेजा भी जाना निस्संदेह पिछली सरकार के डेवलपमेंट मॉडल की पोल खोलती है। यदि आज भी लोगों को शुद्ध पेयजल के लिए भटकना पड़े, चुवां खोदकर पानी लाना पड़े है तो यह राज्य के लिए वाकई शर्मनाक है। 

इन मुद्दों पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का मुखर हो दो टुक कहना कि जनता को मूलभूत सुविधाओं से मरहूम रखने वाली स्थिति उन्हें बिलकुल मंजूर नहीं। डीसी रामगढ़ व कोडरमा को निर्देश देना कि कृपया इस समस्या का त्वरित समाधान करते हुए ऐसे सभी गाँवों की सूची बनायें और योजना बना कर ऐसी तमाम समस्या का हल निकाले, उनके जनता के प्रति कर्तव्यनिष्ठा को दर्शाता है।  

यही नहीं कांके के कुमार राजेश द्वारा पीसीसी बन रही सड़क के शिकायत पर मुख्यमंत्री जी का डीसी राँची को लिखा जाना कि प्रथम दृष्टया यह साफ-साफ अनियमितता का मामला लग रहा है, कृपया मामले की जांच कर सूचित करें, दर्शाता है कि क्यों उन्हें पूर्व चीफ जस्टिस की ज्यूरियों ने चैंपियन ऑफ चेंज अवार्ड-2019 के लिए चयनित किया है।

ज्ञात हो कि झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को झारखंड के बरहेट व दुमका विधानसभा क्षेत्र में एक जनप्रतिनिधि के रूप बेहतर और अनुकरणीय कार्य करने के लिए चैंपियन ऑफ चेंज अवार्ड-2019 से सम्मानित किया जायेगा। 20 जनवरी को पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी नयी दिल्ली के विज्ञान भवन में श्री सोरेन को सम्मानित करेंगे। यह झारखंड जैसे प्रदेश के लिए गौरव की बात है।

मसलन, इस अवार्ड को जनता को नमन करते हुए मुख्यमंत्री जी का राज्य की जनता को ही समर्पित करना यह भी दर्शाता है कि यह परिघटना न केवल अंधेरे समय में उजाले की सच्‍चाइयां बयान करती है बल्कि राज्य में  जनता के उम्‍मीदों में विश्वास भी भरती है।

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