संविधान दिवस पर कोई कहे कि देश संवैधानिक लकीरों पर अडिग है
संविधान दिवस पर ही महाराष्ट्र में फडन्वीस को इस्तीफ़ा देना …
संविधान दिवस पर ही महाराष्ट्र में फडन्वीस को इस्तीफ़ा देना …
भाजपा के चनावी लोकतंत्र को युवा इसबार संविधान याद दिलाएंगे …
सत्ता ही संविधान हो गया है 26 जनवरी की पूर्व …
अशोभनीय टिप्पणी को लेकर समाज में हफ्तों चर्चाएं हो सकती हैं तो एक लोकतांत्रिक देश में 72 वें स्वतंत्र दिवस के महज चंद दिनों पहले संविधान की प्रतियां जला दी गई और उसपर सरकारों का या प्रधान मंत्री के लालकिले के प्राचीर से दिए गए भाषण में कोई पक्ष तो छोड़िये जिक्र तक ना होना, इसे कैसे देखा जाए या क्या इशारा करती है?
रमण पत्थलगढ़ी आन्दोलन का शुरुआती दौर 2017 माना जाता …