झारखंड मुक्ति मोर्चा का सदस्यता अभियान कार्यक्रम सफल

दिशुम गुरु शिबू सोरेन के 75वें जन्म दिवस पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के तमाम इकाई सघन सदस्यता अभियान कार्यक्रम के तहत 50 लाख सदस्य जोड़ गुरूजी को जन्म दिन भेंट देंगे। साथ ही तमाम झारखंड वासियों को मौजूदा सरकार के जन विरोधी नीतियों से निजात दिलाने के राह को प्रसस्त करेंगे।

जबकि दूसरी तरफ सरकारी स्कूलों के विलय होने की स्थिति में राज्य के शिक्षा व्यवस्था चरमराई हुई है। प्लस टू शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया में घोर अनियमितता बरत 80 फीसदी बाहरियों की बहाली की गई। वहीं पारा शिक्षकों की मांगों पर सम्मान जनक विचार न कर पाने कि स्थिति में भाजपा सरकार को लगातार जनता के विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

प्राप्त सूत्रों की माने तो जहाँ एक तरफ झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला प्रभारीगण एवं कार्यकर्त्तागण इस सदस्यता अभियान को पूरी तत्परता से अंजाम दे रहे है, वहीं झारखंड की जनता झामुमो का सदस्यता अभियान ग्रहण कर यह दर्शा रही हैं कि वे मौजूदा सरकार की नीतियों से गुस्से में है। साथ ही यह भी स्पष्ट हो रहा है कि झारखंड की जनता दिशोम गुरु शिबू सोरेन को कितना चाहती है और साथ ही अपनी आस्था अपने झारखंडी पुत्र नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन पर लगातार जाहिर कर रही है। झामुमो पदाधिकारी गण का यह कहना है कि वे अपने लक्ष्य से महज एक कदम दूर है।

इस दौरान झामुमो कार्यकर्ता अपने दल के सिद्धांत को लेकर ग्रामीणों के बीच ले कर जा रहे हैं और बता रहे हैं कि झारखंड मुक्ति मोर्चा का उद्देश्य है कि अलग झारखंड राज्य में स्थानीय लोगों की प्राथमिकता सुनिश्चित हो। यहाँ के आदिवासी-मूलवासी झारखंडी पत्रों को उनका हक़ मिले। लेकिन विडंबना यह है कि राज्य बनने के बाद सत्तारुढ़ भाजपा की सरकार ने उनके इस सपने को चकनाचूर कर दिया है।

अलबत्ता, राज्य की विकास के लिए झामुमो ही एक मात्र झारखंड कि ऐसी राजनीतिक पार्टी है जो यह काम कर सकती है और करने मे ही इसका अस्तित्व भी कायम रहेगी। संयोग वश भी इस दल के अधिकांश विधायक युवा है और बागडोर भी काबिल झारखंडी युवा पुत्र हेमंत सोरेन के हाथ में है।

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