UP: सोशल डिस्टेंसिंग की बात पर जूनियर डॉक्टरों और फार्मसिस्ट के बीच हुई मारपीट, कई घंटों तक ठप रहीं सेवाएं

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UP: सोशल डिस्टेंसिंग की बात पर जूनियर डॉक्टरों और फार्मसिस्ट के बीच हुई मारपीट, कई घंटों तक ठप रहीं सेवाएं

अस्पताल प्रशासन ने जांच कमेटी बनाकर बुधवार तक रिपोर्ट देने को कहा

बहराइच:

बहराइच जिला अस्पताल में मंगलवार को आपस में दूरी बनाये रखने का सुझाव देने पर डॉक्टरों और फार्मासिस्ट कर्मचारियों के बीच कथित तौर पर मारपीट हो गई. इसके खिलाफ पैरामेडिकल स्टाफ के धरने के चलते अस्पताल की सेवाएं कई घंटे ठप रहीं.  बहराइच स्थित स्वायत्तशासी मेडिकल कॉलेज से जिला अस्पताल को सम्बद्ध किया गया है. मेडिकल कालेज के जूनियर रेजीडेंट डॉक्टरों की तैनाती जिला अस्पताल में की गई है. जिला चिकित्सालय के चीफ फार्मासिस्ट वीरेन्द्र सिंह ने आरोप लगाया कि वह मंगलवार सुबह औषधि भंडार स्थित अपने केबिन में मौजूद थे. उसी समय रेजिडेंट डॉक्टर हशमत अली, डॉक्टर विंध्यवासिनी और डॉक्टर अमित कुमार शुक्ल उनके केबिन में आकर बैठ गए.

उन्होंने डॉक्टरों से आपस में दूरी बनाये रखने का ख्याल रखकर दूर बैठने की बात कही. इससे नाराज होकर रेजीडेंट डॉक्टर कमरे से चले गए लेकिन थोड़ी देर बाद करीब 40 जूनियर डाक्टरों के साथ औषधि भंडार में पहुंच कर उन पर हमला कर दिया. उन्हें बचाने पहुंचे फार्मासिस्ट दिलीप कुमार, कर्मचारी शकील अहमद तथा अन्य को भी जमकर पीटा गया. चीफ फार्मासिस्ट और कर्मचारियों पर हमले की खबर सुनते ही जिला अस्पताल के तमाम विभागों के फार्मासिस्ट और कर्मचारी अस्पताल का कामकाज ठप कर जूनियर डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए.

फार्मासिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष शिव सहाय ने कहा, ‘‘हमला करने वाले जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ हमने पुलिस को तहरीर दी है. आरोपी डॉक्टरों पर रासुका की कार्यवाही और गिरफ्तारी नहीं होने तक फार्मासिस्टों का विरोध जारी रहेगा.” मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉक्टर ए. के. साहनी ने कहा है कि “मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ के बीच लड़ाई झगडा हुआ था. जांच कमेटी बनाकर बुधवार तक रिपोर्ट देने को कहा गया है. जिनकी गलती है उन पर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी. फिलहाल कर्मचारी काम पर लौट आए हैं. कल जांच रिपोर्ट आने के बाद दोनों पक्षों को बैठाकर चर्चा की जाएगी और उम्मीद है कि जल्द ही मामला सुलझा लिया जाएगा.”

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