अमेरिका से लगा लेटिन अमेरिकी देश इक्वाडोर कोरोना वायरस संक्रमण के भीषण चपेट में है। यहां के पश्चिमी शहर गुयाक्विल में सड़कें इतनी वीरान हो चुकी है कि मृतकों के शव सड़कों पड़ी हैं, जिन्हें उठाने वाला तक नहीं मिल रहा है। अधिकारियों ने कहा है कि इस शहर में मौतों की बढ़ती संख्या ने ताबूतों की कमी पैदा कर दी है और लोग कार्डबोर्ड के डिब्बों का ताबूत बनाने को मजबूर हो रहे हैं।
इक्वाडोर देश के उपराष्ट्रपति ओटो सोनेहोल्जनर ने इन हालातों के लिए जनता से माफी मांगी है। गुयाक्विल शहर में करीब 150 लावारिस शव सड़कों और गलियों में हैं। जबकि लोग इन शवों के पास जाने तक से कतरा रहे हैं, क्योंकि उन्हें भी वायरस से संक्रमण होने का खौफ है। उपराष्ट्रपति ने शवों को सड़कों से हटाने का आदेश जारी किया है।
यहां आधिकारिक रूप से 3,646 लोग संक्रमित हैं और 180 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक यहां कई मौतें अपुष्ट रूप से हुई हैं क्योंकि उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जगह तक नहीं मिली है। अस्पतालों में बिस्तर नहीं थे।
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक नागरिकों का कहना है कि मृतकों में कोरोनावायरस के लक्षण थे लेकिन अस्पताल में जगह नहीं होने की वजह से वे अपने मरीज को वहां इलाज के लिए नहीं ले जा सके। इसलिए कई मरीजों ने सड़कों पर ही दम तोड़ दिया। मुर्दाघर और अंतिम संस्कार स्थलों में शवों को रखने की जगह नहीं बची है। यही कारण है कि अनधिकृत रूप से मरने वालों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है।