वाराणसी में 2 लोगों को हुआ कोरोना वायरस का संक्रमण, तबलीगी जमात में हुए थे शामिल

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वाराणसी में 2 लोगों को हुआ कोरोना वायरस का संक्रमण, तबलीगी जमात में हुए थे शामिल

Coronavirus : वाराणसी में 23 लोग तबलीगी जमात में शामिल हुए थे.

वाराणसी:

वाराणसी में तबलीगी जमात में शामिल 15 लोगों में  से  2 कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. एक मामला दशाश्वमेध थाने के मदनपुरा का है और दूसरा मरीज कर्नाटक का रहने वाला है. बाकी 13 लोगों की रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है. वाराणसी में अब तक कुल 23 लोग ऐसे मिले हैं जो जमात में शामिल थे. 8 लोगो के सैंपल आज भेजे गए हैं. उनकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है.  इसके अलावा 3 और केस पुलिस ने सीधे BHU में सैंपलिंग के लिए भेजे थे. उनमें से 1 कोरोना पॉजिटिव निकला है.  यह व्यक्ति लोहता गांव का है. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के सामने आए 51 नए मामलों के साथ शुक्रवार को संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 172 हो गई है.  प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि प्रदेश में फिलहाल संक्रमितों की संख्या 172 है .  कल से आज तक 51 मामलों की वृद्धि हुई है.  प्रसाद ने कहा कि यह उछाल मुख्यतः तबलीगी जमात में शामिल हुए लोगों के नमूनों की जांच में हुई संक्रमण की पुष्टि से आई है. 

उन्होंने कहा, ‘ संक्रमितों की कुल संख्या (172) में से 47 मामले तबलीगी जमात से जुड़े हुए लोगों के हैं. ये सभी 14 जिलों में सामने आए हैं.  इनमें गाजियाबाद में एक, आगरा में पांच, कानपुर नगर में छह, शामली में दो, जौनपुर में दो, मेरठ में पांच, हापुड़ में एक, गाजीपुर में एक, आजमगढ़ में चार, फिरोजाबाद में चार, हरदोई में एक, प्रतापगढ़ में दो, सहारनपुर में 12 और शाहजहांपुर का एक मामला शामिल हैं.

प्रसाद ने कहा, ” प्रदेश में अभी तक सामने आए संक्रमण के मामलों में से 17 इलाज के बाद स्वस्थ हो गए हैं जबकि दो लोगों की मृत्यु हो गई है । इनके अतिरिक्त सभी संक्रमित या तो हमारे एल-1 हॉस्पिटल में या जिला अस्पतालों में या मेडिकल कॉलेजों में भर्ती हैं और सब की स्थिति स्टेबल (स्थिर) है.”

उन्होंने बताया कि जहां-जहां संक्रमण के मामले सामने आए हैं वहां जिलाधिकारी के नेतृत्व में सभी उपाय किए जा रहे हैं.  आसपास के इलाके में हर एक घर की जांच की जा रही है और जिनमें संक्रमण के लक्षण मिल रहे हैं उन्हें पृथक किया जा रहा है।ऐसे संदिग्ध रोगियों के नमूने जांच को भेजे जा रहे हैं और संक्रमण की पुष्टि होने पर उन्हें तत्काल अस्पतालों में भर्ती करा पृथक किया जा रहा है. 

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