गुरु जी रूपी विचार एक जिद्द है जिससे खौफ खाता है सामंतवाद

गुरु जी रूपी विचार एक जिद्द है

“झारखंड संघर्ष यात्रा” के हरी झंडी दिखाए जाने वाले दिन, मंचासीन एवं वहां उपस्थित जनता गुरु जी (shibu soren) को उपस्थित देख अचंभित थे, उनके मुख से आशीष वचन सुनना चाहते थे, परन्तु उन्होंने केवल चंद शब्द कहे “भाषणबाजी नहीं संघर्ष करो” –

बीमारी में भी shibu soren ने अलग झारखंड की अलख जगाये रखी  -6

बीमारी में भी दिसुम गुरू shibu soren ने अलग झारखंड की आस न छोड़ी

shibu soren इस उधेड़बुन में थे कि किस विचारधारा वाले राजनीतिक दल का दामन वे थामे, जिससे पूरे झारखंड समाज का भला हो सके।