‘खेलो इंडिया’ की आड़ में भाजपा खेल रही है खिलाड़ियों के आत्मसम्मान से
संस्कार की रक्षा एवं संरक्षण की बात करने वाली भाजपा को क्या हमारी देसी परंपरा का इतना भी ज्ञान नहीं कि जिनका सम्मान किया जाना होता है, उन्हें हम सबसे उच्च श्रेणी में रखते है।उस वक़्त वे हमारे मेहमान होते हैं और हमारी संस्कृति एवं परंपरा इसकी इजाजत नहीं देता कि मेहमानों से सेवक वाले कार्य कराये जाय।