सवाल जनता के अब समाधान चाहते हैं, लेकिन सत्ता इन्हें उलझाना चाहती है 

सत्ता की ढाई चाल

जनता के वाजिब सवाल अब समाधान चाहते है। यह उस स रास्ते को टटोलने लगे है, जिस रास्ते से देश, राज्य व जिले की स्थिति ठीक हो सके।