झारखण्ड : सीएम चंपाई ने “मादक पदार्थों” के विरुद्ध छेड़ा जंग

झारखण्ड : दिशोम गुरु शिबू सोरेन की नशा मुक्ति अभियान को सीएम चंपाई ने बढ़ा रहे आगे. नशा मुक्त समाज से ही समृद्ध राज्य की परिकल्पना, मादक पदार्थों के विरुद्ध जागरूकता बना लक्ष्य

रांची : महाजनी प्रथा के अक्स में दिशोम गुरु शिबू सोरेन की लड़ाई का महत्वपूर्ण हिस्सा शिक्षा और नशा मुक्ति अभियान रही थी. फिर यह अभियान सामाजिक लड़ाई के तौर पर झारखण्ड आन्दोलन के साथ-साथ चली. राज्य के सभी अगुआ नेताओं का मानना था कि नशा और अशिक्षा का प्रयोग सामंतवाद हथियार के रूप में करता है. लेकिन, झारखण्ड अलग राज्य होने के बाद सत्ता पर काबिज सरकार के सासामंती नीतियों का अक्स इस सामाजिक अभियान की धज्जियाँ उड़ाने का सच लिए है.

“मादक पदार्थों” के विरुद्ध जंग

इस दिशा में 19 वर्ष बाद, वर्ष 2019 में हेमन्त सरकार की नजर प्राथमिकता के साथ पुनः इस दिशा में गई. जिसका अक्स हड़िया-दारू जैसे कोढ़ से राज्य की गरीब और मेहनती महिलाओं को संरक्षण देने के रूप में दिखा. हेमन्त की कल्याणकारी आर्थिक सशक्ति प्रदान करने वाली योजनाओं के तहत हजारों महिलाओं ने हड़िया-दारू बेचना छोड़ सम्मान पूर्वक जीना प्रारंभ किया. लेकिन यह सामाजिक बदलाव सामंतवाद को कहाँ बर्दास्त था. नतीजतन वह सीएम, हेमन्त सोरेन आज जेल में डाल नशा मुक्ति अभियान को कटाई में डालने प्रयास हुआ.

सीएम ने “मादक पदार्थों के विरुद्ध छेड़ा राज्य स्तरीय जागरूकता” अभियान 

लेकिन, राज्य के सीएम चंपाई सोरेन के नतृत्व राज्य सरकार द्वारा नशा मुक्त झारखंड के निर्माण के तहत गुरु जी और पूर्व सीएम हेमन्त सोरेन के अभियान को पूरी ताक़त से आगे बढ़ाया जा रहा है. इस बाबत राज्य सरकार विशेष जागरूकता अभियान चलाकर जन-जन को नशा के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक कर रही है. गांव, मोहल्ला, पंचायत, प्रखंड, जिला एवं राज्य स्तर पर विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार कर लोगों से नशा मुक्त होने की अपील की जा रही है.

सीएम छपाई का स्पष्ट कहना है कि राज्य में नशीली पदार्थ का व्यापक रूप से फैलाने का सामन्ती प्रयास हो रहा है. तस्करों द्वारा विद्यालय, कॉलेज आदि क्षेत्र में युवा वर्ग को नशे की लत लगाया जा रहा है. मसलन, राज्य सरकार नशीली पदार्थों के तस्करों पर निरंतर कार्रवाई कर रही है. सूचना के आधार पर पुलिस प्रशासन के द्वारा द्वारा अफीम की खेती नष्ट की जा रही है. ब्राउन शुगर, गांजा, डोडा आदि मादक पदार्थों की रिकवरी भी हुई है. सैकड़ो की संख्या में आरोपियों की गिरफ्तारी हो रही है. 

जिला पुलिस के द्वारा मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े अंतराज्यीय गिरोहों का पर्दाफाश किया गया है. तथा सम्बंधित सप्लाई चेन को चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है. युवा हमारे राज्य और देश के भविष्य हैं. युवाओं को नशा मुक्त रख कर ही समृद्ध समाज का निर्माण किया जा सकता है. मनुष्य जीवन में नशा नाश का कारण बनता है. मसलन, सरकार अपने राज्य के युवाओं को नशे से बचाने की दिशा में हर कारगर प्रयास करेगी. ताकि हमारे राज्य का भविष्य सुरक्षित और स्वस्थ हो सके.

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