हेमन्त सोरेन बूढ़ा पहाड़ में विकास की सीढ़ी लेकर पहुँचने वाले पहले सीएम 

बूढ़ा पहाड़ : सीएम सोरेन के द्वारा 100 करोड़ रुपए के बूढ़ा पहाड़ डेवलपमेंट प्रोजेक्ट बदलेगा क्षेत्र की तकदीर. अति उग्रवाद प्रभावित इस दुर्गम क्षेत्र में विकास की खिचेगा मोटी लकीर. बूढ़ा पहाड़ में अब बंधुकें नहीं लहलहायेगी विकास की फसल.

बूढ़ा पहाड़ : राज्य गठन के बाद पूर्व के तमाम सरकारों में पलामू प्रमंडल विशेष कर वहां स्थित बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र उपेक्षित रहा है. बकोरिया काण्ड जैसे प्रकरण तथ्य के स्पष्ट उदाहरण हो सकते हैं कि कैसे नक्सल के आड़ में कैसे निर्दोष की जान ली गयी. लेकिन, तमाम परिस्थितियों के बीच 27 जनवरी 2023, राज्य के इतिहास में नई उम्मीद व आशाओं के दिन के रूप में दर्ज हुआ. सीएम सोरेन के अथक प्रयासों से अति उग्रवाद प्रभावित, दूरस्थ तथा दुर्गम क्षेत्र, बूढा पहाड़ भी मुख्यधारा से जुड़कर विकास की सीढियाँ चढ़ने को तैयार है. 

हेमन्त सोरेन बूढ़ा पहाड़ में विकास की सीढ़ी लेकर पहुँचने वाले पहले सीएम

हेमन्त सोरेन एक सीएम के रूप में पहली बार स्वयं बूढापहाड़ पहुंचकर (BPDP) ‘बूढ़ा पहाड़ डेवलपमेन्ट प्रोजेक्ट’ का शुभारंभ किया. इस प्रोजेक्ट के तहत 100 करोड़ रुपए से क्षेत्र में तमाम प्रकार की मूलभूत बुनियादी सुविधाएं बहाल करने का प्रयास शुरू हुआ है. 5 करोड़ 2 लाख 79 हजार 939 रूपये लागत की कुल 175 योजनाओं की सौगात. लाभुकों के बीच 1 करोड 25 लाख 81 हजार 303 रुपए की परिसंपत्ति वितरण. सीएम ने कहा कि बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र में अब गोलियां नहीं विकास की फसल लहलहायेगी .

सीएम के वहां पहुँचने से क्षेत्र में  पहली बार खुशनुमा माहौल देखने को मिला

मुख्यमंत्री ने बूढ़ा पहाड़ पहुँच ज़मीन में पांत में बैठ कर भोजन कर क्षेत्र समेत राज्य को संकेत दिए हैं कि वह राज्य की जनता के हाथ पकड़ कर राज्य को विकसित करना चाहते हैं. सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि यह इलाका नक्सल के खौफ का गवाह था. आज क्षेत्र में विकास की एक नई शुरुआत हो रही है. मसलन, यहां खुशनुमा माहौल देखने को मिल रहा है. आने वाले दिनों में यह इलाका राज्य भर में विकास के मामले में मील का पत्थर साबित होगा.

सीएम ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिस कारण से इस क्षेत्र के नौजवान भटकाव की राह पकड़ने को विवश हुए आज सरकार उन तमाम वजहों को पूरी तरह समाप्त करने को संकल्पित है. क्योंकि मुख्यधारा से भटकना-भटकाना किसी समस्या का समाधान नहीं है. मसलन, उन्होंने क्षेत्र के युवाओंसे अपील की कि वह मुख्यधारा में वापस आएं. और नए सिरे से राज्य को सवारने में भागीदार बनें और स्वयं बेहतर और सुरक्षित जीवन व्यतीत करें.

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