हेमन्त सत्ता की प्राथमिक धुरी राज्य के उद्योग-धंधे को नए सिरे से संवारना है. मुख्यमंत्री द्वारा राजधानी दिल्ली में “झारखण्ड इंडस्ट्रियल एंड इनवेस्टमेंट पॉलिसी 2021” लांच किया गया था. इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए, 2 अक्टूबर 2021, गाँधी जयंती के दिन, रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा इन्वेस्टर मीट 2021 आयोजित किया गया. जिसमे बात छन आयी कि रांची को एजुकेशनल हब एवं मेडिकल हब के रूप में विकसित करना हेमन्त सरकार की प्राथमिकता है.
मीट में प्रदेश के डेढ़ सौ से ज्यादा संभावित निवेशकों ने लिया हिस्सा
स्मार्ट सिटी को शैक्षणिक और स्वास्थ्य क्षेत्र के रूप में विकसित करना सरकार की प्राथमिकता
स्मार्ट सिटी हाई सिक्योरिटी जोन में होगा
सचिव सह अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन
रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा इन्वेस्टर मीट 2021 आयोजन
रांची : झारखण्ड में मौजूदा दौर में हेमन्त सत्ता की प्राथमिक धुरी राज्य के उद्योग-धंधे को नए सिरे से संवारना है. ज्ञात हो, इस कड़ी में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के कार्यकाल में, शुरूआती दौर से ही राज्य के छोटे व मंझोले व्यापारियों को सहूलियत के मद्देनज़र, कई निर्णायक निर्णय लिये जा रहे हैं. जो धीरे-धीरे राज्य में व्यापार और रोज़गार सृजन में मील का पत्थर साबित हो रहा है. हेमन्त सोरेन ने इस सन्दर्भ में अपनी मंशा जाहिर करते हुए कहा है कि झारखण्ड की पहचान सिर्फ खान और खनिज भर से ही नहीं है. उन्होंने कहा, यहाँ के अन्य क्षेत्रों में भी व्यापक संभावना मौजूद है. मुख्यमंत्री द्वारा राजधानी दिल्ली में “झारखण्ड इंडस्ट्रियल एंड इनवेस्टमेंट पॉलिसी 2021” लांच किया गया था.
उद्देश्य की पूर्ति के लिए, 2 अक्टूबर 2021, गाँधी जयंती के दिन, रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा इन्वेस्टर मीट 2021 आयोजित किया गया. जिसमे प्रदेश के डेढ़ सौ से ज्यादा संभावित निवेशकों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम में सचिव, नगर विकास एवं आवास विभाग उपस्थित थे. उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा -राजधानी रांची को एजुकेशनल हब एवं मेडिकल हब के रूप में विकसित करना हेमन्त सरकार की प्राथमिकता है. रांची शिक्षा के पर्याय के रूप में विकसित हो इसके लिए रांची स्मार्ट सिटी के अंदर 21% भूमि शैक्षणिक संस्थानों के लिए रखी गई है. साथ ही नई उद्योग नीति में मेडिकल सेक्टर के निर्माण को ध्यान में रखते हुए आकर्षक प्रावधान किये गए हैं.
राजधानी के विकास में रांची स्मार्ट सिटी साबित होगा महत्वपूर्ण कड़ी
मौजूदा दूर में राजधानी रांची में बढ़ते आबादी को देखते हुए शहर का फैलाव जरूरी हो गया है. इस दिशा में रांची स्मार्ट सिटी का का योगदान महत्वपूर्ण होगा. रांची स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित होने से शहर के क्षेत्र में फैलाव होगा. जिससे झारखंड राज्य में संभावनाएं बढ़ेगी और राज्य की जनता को मूल भूत सुविधाओं के अभाव में अन्य राज्यों का रुख नहीं करना पड़ेगा. मसलन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार की सोच न केवल दूरदर्शी है बल्कि राज्य के विकास में मील का पत्थर साबित हो सकता है.
नए विधानसभा के पीछे बनेगी हाउसिंग कॉलोनी
सचिव ने कहा कि जीआरडीए एरिया में शैक्षणिक संस्थाओं को जमीन दी जाएगी. साथ ही नए विधानसभा के पीछे 100 एकड़ में हाउसिंग कॉलोनी बनने जा रही है, जहां सभी तरह की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होगी. SKIPA के निर्माण के लिए भी 25 एकड़ भूमि चिन्हित की गई है. रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन के सीईओ ने कहा कि मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि रांची को लोगों की आकांक्षाओं एवं आशाओं के अनुरूप विकसित किया जाए. इसलिए हर आय वर्ग के लोगों के लिए आवासीय फ्लैट निर्माण को ध्यान में रखते हुए लैंड प्लॉट चिन्हित किए गए हैं. स्मार्ट सिटी में रोड, ड्रेनेज, यूटिलिटी सर्विसेज, जलापूर्ति, विद्युत आपूर्ति विश्व स्तरीय होगी.
टॉप 100 यूनिवर्सिटी किसी भी विश्वविद्यालय को ₹1 में 25 एकड़ जमीन दी जाएगी
सीईओ ने कहा कि विश्व के टॉप 100 यूनिवर्सिटी में कोई भी झारखंड में शिक्षा संस्थान खोलने में दिलचस्पी दिखाता है तो उसे ₹1 में 25 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई जाएगी. किसी भी प्लॉट के 400 मीटर के दायरे में पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपलब्ध होगा. निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए जीआईएस सब स्टेशन का निर्माण हो रहा है. प्लॉट्स के ई नीलामी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तैयार है. ऑक्शन में दुनियां में कहीं से भी भाग लिया सकता है. पारदर्शिता का पूरा ख्याल रखा गया है. ई ऑक्शन प्रक्रिया में शामिल होने से जुड़ी जानकारी के लिए एजेंसी के प्रतिनिधि स्मार्ट सिटी कारपोरेशन के वेबसाइट rsccl.in और eauction.rsccl.in पर विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.