मुख्यमंत्री सोरेन द्वारा विभिन्न सड़क परियोजनाओं की प्रगति और राजस्व संग्रह की हुई समीक्षा

सड़क परियोजनाओं को लेकर भूमि अधिग्रहण और फॉरेस्ट क्लियरेंस से जुड़े मामलों का यथाशीघ्र निराकरण हो, हर 15 दिन पर समीक्षा करे विभाग 

Hemant Soren
CM Jharkhand

गोविंदपुर-जामताड़ा-दुमका-साहेबगंज रोड को इंडस्ट्रियल कोरिडोर के तौर पर विकसित करने के लिए योजना बनाने का मुख्यमंत्री ने दिया निर्देश 

  • सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता और समय का पूरा ध्यान रखने का दिया गया निर्देश 
  • फॉरेस्ट एरिया से गुजरने वाली सिंगल लेन की सड़कें होगी बेहतर 

रांची : सड़कें अच्छी और समय पर बनें. लंबित सड़क परियोजनाओं का कार्य तेजी के साथ पूरा किया जाए. नई सड़कों के निर्माण में उसकी उपयोगिता का विशेष ध्यान रखा जाए. मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज पथ निर्माण विभाग की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए. इस मौके पर उन्होंने विभिन्न सड़क परियोजनाओं की प्रगति, नई सड़क निर्माण से संबंधित कार्य योजनाओं और राजस्व संग्रह की समीक्षा की. 

माइन्स एरिया के लिए डेडिकेटेड सड़क बनाने की योजना बनाएं 

मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि माइन्स एरिया में डेडिकेटेड रोड बनाने की दिशा में कार्य योजना बनाएं. ऐसी सड़कों के निर्माण में विशेष ध्यान रखा जाए कि ये घनी आबादी अथवा गांवों को प्रभावित ना करे. विभाग की ओर से बताया गया कि राज्य में कुछ सड़कों पर टोल प्लाजा प्रस्तावित है. यहां मालवाहक वाहनों से टोल टैक्स लिया जाएगा. इस बाबत 4856 किलोमीटर लंबी 425 सड़कों का सर्वे किया जा चुका है. मुख्यमंत्री ने कहा कि टोल प्लाजा के लिए सड़कों का चयन इस तरह किया जाए जिससे आम जनता पर बोझ न पड़े. इसके अलावा सड़कों की गुणवत्ता पर ध्यान दिया चाहिए. तथा राजस्व प्राप्ति पर भी बारीकी से आकलन किया जाए. 

गोविंदपुर-जामताड़ा-दुमका- साहेबगंज पथ बन सकती है संताल की लाइफलाइन 

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोविंदपुर-जामताड़ा-दुमका-साहेबगंज रोड पर इंडस्ट्रियल कोरिडोर विकसित करने की काफी संभावनाएं है. इस रोड में कुछ इलाकों का चयन कर उसे वेयर हाउस, लॉजिस्टिक सेंटर अथवा इंडस्ट्रीज को विकसित करने के लिए कार्य योजना बनाएं. जिससे यह सड़क संताल परगना एरिया का लाइफलाइन बन सके.

भू -अधिग्रहण से संबंधित समस्याओं का करें निराकरण 

मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क परियोजनाओं के लिए फॉरेस्ट क्लियरेंस और भूमि अधिग्रहण से जुड़ी समस्याओं का यथाशीघ्र निराकरण हो. उन्होंने विभाग से कहा कि इस बाबत हर 15 दिन पर भू-अधिग्रहण से जुड़े मामलों की समीक्षा करें और संबंधित विभागों के साथ समन्वय बनाएं. 

फॉरेस्ट एऱिया में सड़कों को बेहतर बनाएं 

मुख्यमंत्री ने कहा कि फॉरेस्ट एरिया में सड़कों के चौड़ीकरण को लेकर भूमि अधिग्रहण में काफी तकनीकी अड़चनें आती हैं. ऐसे में यहां गुजरने वाली सिंगल लेन की सड़कों व उसकी उपयोगिता का आकलन करें. इसके उपरांत प्राथमिकता के आधार पर इन सड़कों का चौड़ीकरण अथवा वर्तमान में जो सड़क मौजूद है, उसे कालीकरण कर और बेहतर बनाने की पहल हो. जिससे आवागमन में लोगों को कठिनाई का सामना न करना पड़े.

 हेलीपैड बनाने की भी बनाएं कार्ययोजना 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के महत्वपूर्ण पर्यटकों स्थलों और माइन्स एरिया के आसपास हेलीपैड बनाने की दिशा में भी योजना बनाएं. इससे नक्सल गतिविधियों में भी अंकुश लगाने में मदद मिलेगी. और राज्य में संभावनाएं बढ़ेगी.

केंद्र को भेजा जा रहा सड़कों का डीपीआर 

विभाग की ओर से बताया गया कि राज्य में पिछले चार सालों में राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए 612.65 किलोमीटर सड़क योजना को स्वीकृति मिली है. वहीं केंद्र सरकार को 30 जून 2021 तक 184.23 किलोमीटर, 15 जुलाई 2021 तक 307.18 किलोमीटर और 31 जुलाई 2021 तक 180 किलोमीटर सड़क योजना का डीपीआर भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इन सड़क योजनाओं का करीब 3160 करोड़ रुपए का बजट है. वहीं राज्य पथ निर्माण विभाग के तहत 17 सड़क परियोजनाओं को स्वीकृति के लिए भेजा गया है. और 10 परियोजनाओं पर स्टेट इंपावर्ड कमिटी के स्तर पर निर्णय़ लिया जाना है.

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